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पाकिस्तान-बांग्लादेश से आकर लोग 15-15 बच्चे पैदा करें, ये हिंदुस्तान के लिए ठीक नहीं, CAA के पक्ष में बोले ग्रेट खली…

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नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर के कई राज्यों में विरोध-प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं। दिल्ली के शाहीन बाग में पिछले एक महीने से महिलाएं इस कानून के विरोध में लगातार धरने पर बैठी हैं। मुंबई में भी बॉलीवुड की कई दिग्गज हस्तियों समेत बड़ी संख्या में लोग इस कानून के खिलाफ सड़कों पर हैं। हालांकि नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में भी बड़ी संख्या में लोग खुलकर सामने आ रहे हैं। मशहूर रेसलर दिलीप सिंह राणा उर्फ द ग्रेट खली ने नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करते हुए बड़ा बयान दिया है।’घुसपैठियों की वजह से देश में क्राइम बढ़ेगा’

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा पहुंचे द ग्रेट खली ने कहा, ‘मैं नागरिकता संशोधन कानून का पूरी तरह समर्थन करता हूं। हमारे देश के अंदर पहले से ही भुखमरी और बेरोजगारी है और ऐसे में अगर बाहर के देशों से लोग अवैध रूप से घुसपैठ कर हमारे देश में रहेंगे तो इससे हमें ही परेशानी होगी। इन लोगों की वजह से देश में क्राइम बढ़ेगा। हिंदुस्तान हमारे अपने लोगों के लिए है और पड़ोसी देशों में जिन अल्पसंख्यकों को सताया जाता है, उनके लिए यह कानून बनाया गया है। पूरी दुनिया इस बात को जानती है कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ क्या होता है।’

‘ये बात हमारे देश के लिए ठीक नहीं’

खली ने नागरिकता संशोधन कानून पर आगे कहा, ‘पड़ोसी मुल्कों पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के सताए हुए अल्पसंख्यकों को अगर इस कानून से भारत की नागरिकता मिलती है तो इससे अच्छी बात क्या होगी। हां, लेकिन अगर पाकिस्तान या बांग्लादेश से कोई आकर यहां 15-15 बच्चे पैदा करे और आतंकवाद फैलाए तो वो हमारे देश हिंदुस्तान के लिए ठीक नहीं है।’ आपको बता दें कि कांग्रेस शासित राज्य सरकारों समेत पश्चिम बंगाल और केरल की सरकार भी इस कानून का विरोध कर रही है।

CAA के खिलाफ सड़कों पर लोग

इस कानून को लेकर व्यापक स्तर पर विरोध प्रदर्शन उस वक्त शुरू हुआ जब दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी और यूपी की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्रों ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आवाज उठाई। इन दोनों यूनिवर्सिटी में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा होने के बाद देश के अलग-अलग राज्यों में लोग इस कानून के खिलाफ सड़कों पर उतर आए। नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली, यूपी, और कर्नाटक में हिंसक प्रदर्शन देखने को मिले, जिनमें कई लोगों की जान गई।