तुषार की बहुचर्चित फिल्म मारीच सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म में तुषार कपूर के साथ नसीरुद्दीन शाह, अनीता हसनंदानी, सीरत कपूर और राहुल देव मुख्य किरदार में हैं जिन्होंने अपने दमदार अभिनय से लोगों के दिलों को जीत लिया है।
फिल्म मारीच के लिए तुषार कपूर और सीरत कपूर ने पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स/ जगबाणी/ हिंद समाचार से खास बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश :
तुषार कपूर (tusshar kapoor)
जब आपने इस फिल्म की स्क्रिप्ट पढ़ी तो आपका रिएक्शन क्या था?
– जब मैंने पहली बार कहानी पढ़ी तभी मुझे आइडिया हो गया था कि यह फिल्म क्लिक करेगी और लोग इसे बेहद पसंद भी करेंगे। थ्रिल दर्शकों को उलाझाएगी लेकिन कहानी का मजा ही सस्पेंस में हैं इसलिए वो भी जरूरी है। यह मसाला मूवी है जिसमें थ्रिलर से लेकर डार्क, इमोशंस, म्यूजिक और रोमांस सब मौजूद है, लेकिन थ्रिल मारीच की खासियत है जो लास्ट तक बना रहता है।
दर्शक आपकी फिल्म से क्या एस्पेक्ट करके देखने जाएं?
– मारीच का मतलब राक्षस है और हमारी फिल्म में जो मर्डरर है वो दिखाई नहीं दे रहा है, एक मुखौटा लिए हुए है जो पकड़ा नहीं जाता और उसने बहुत सारे मर्डर किए है, जैसे रामायण में मारीच नाम का राक्षस हिरण के भेष में सीता जी के पास आता है उसी तरह फिल्म में मर्डरर है जो अलग-अलग जाल फैलाता रहता है पुलिस को यह जानने में मशक्कत करनी पड़ती कि मारीच कौन है।
आपके रीयल लाइफ में बहुत सारे रोल हैं, उनमें से आपको सबसे ज्यादा कौन सा किरदार पसंद है?
– मुझे सबसे ज्यादा अपने पिता होने का रियल लाइफ रोल पसंद है क्योंकि यह ऐसी फीलिंग जो आपको आगे बढ़ने की हिम्मत देती है। इसके अलावा सबसे ज्यादा मेरे लिए मुश्किल प्रोडक्शन का पार्ट रहा है क्योंकि कहां से क्या आएगा आपको खुद नहीं पता होता है। क्या पता कौन सा मारीच, किस मुसीबत के रूप में आ जाए , वह मौसम हो सकता है, ट्रैफिक जाम, फ्लाइट, बजट और महामारी भी हो सकता है तो प्रोड्यूसर को हर जगह अपना सिर मारना होता है।
आप इस फिल्म में एक एक्टर के साथ प्रोड्यूसर भी हैं इसे लेकर आप पर कितना प्रेशर रहा ?
– मैं सच कहूं तो जब मैं एज ए एक्टर सेट पर होता था तो प्रोडक्शन को लेकर ज्यादा सोचता नहीं था क्योंकि दो कश्ती पर सवार होकर एक भी काम ठीक नहीं होता, इसलिए जब जिस टाइम जो भी भूमिका में होता था उसी को लगन से करता था। मैं एक्टिंग पर ज्यादा ध्यान देता था क्योंकि मेरे लिए यह चैलेंजिंग रोल था, जो मेरे कम्फर्ट जोन से बाहर था। इसलिए बहुत टाइम लगा कम्फर्ट जोन में वापस आने में, लेकिन मुझे बहुत गर्व है कि मैंने इतनी मेहनत करके इस किरदार को अच्छे से निभाया। आशा करता हूं कि लोगों को मेरा यह नया कैरेक्टर पसंद आएगा और वो मेरी मेहनत को सराहेंगे।
सीरत कपूर (Seerat Kapoor)
आप इस फिल्म से हिंदी सिनेमा में डेब्यू करने जा रही हैं, इसे लेकर आप कितनी एक्साइटेड हैं?
-एक्साइटमेंट तो बहुत है क्योंकि मेरा फिल्म में कैरेक्टर बिल्कुल अलग है, यहीं से मुझे पता चलने वाला है कि लोग मुझे कितना पसंद करने वाले हैं इसलिए नर्वस भी हूं।
इस में आप पर कितना प्रेशर था?
-जब आप प्रेशर में होते हो तो खुद को ही बॉक्स कर लेते हैं इसीलिए मैंने बिना प्रेशर लिए दिल से इस फिल्म में अपना बेस्ट दिया है।
तेलुगू फिल्म के बाद जब आप बॉलीवुड में काम रही हैं, तो दोनों इंडस्ट्रीज में क्या फर्क दिखा ?
-डिफरेंस तो नहीं, लेकिन मैंने दोनों में समानता काफी देखी है, जब आप पहली बार मिलते हैं तो किसी को नहीं जानते हैं बाद में साथ काम करके एक दूसरे से गहरा लगाव हो जाता है लेकिन हम सब का एक मकसद है ऑडियंस को एंटरटेन करना। यह ऑडियंस को तय करना है कि कौन बेस्ट है। बाकी सेट पर तो सब फुल एनर्जी के साथ आते हैं और सबका एक ही मकसद होता अपना सौ प्रतिशत देना।
फिल्म में तुषार आपके को-एक्टर और प्रोड्यूसर है दोनों एंगल से इनके साथ कैसा अनुभव रहा ?
– तुषार असल में जैसे है, वह एक्टर और प्रोड्यूसर दोनों तरह से एक जैसे रहते है। फिल्म में कास्ट-क्रू ने मेहनत व ईमानदारी से काम किया है। उम्मीद है लोग इस मेहनत को सराहेंगे और ढ़ेर सारा प्यार देंगे।
आपने इस फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू किया है तो, बॉलीवुड में आने वाले न्यू कमर्स से आप कहना चाहती हैं ?
– मेरा मानना कि आप एक स्टार की तरह इंडस्ट्री में कदम मत रखिए। यह सब कुछ ऑडियंस को डिसाइड करने दीजिए , लेकिन आप मेहनत करो और अपनी एक्टिंग से लोगों के दिलों को छूने की पूरी कोशिश कीजिए , बाकी जो होना होगा उसके बारे में ज्यादा मत सोचिए।