Google For India के आठवें एडिशन में गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने अपने फाइल्स ऐप के जरिए डिजिलॉकर और गूगल पे का नया ट्रांजैक्शन सर्च फीचर जैसी कई घोषणाएं की है. सुंदर पिचाई ने कहा कि हमने UPI स्टैक के आधार पर भारत में गूगल-पे बनाया है और अब हम इसे दुनिया भर के अन्य देशों में लाने का प्लान बना रहे हैं.
भारत में यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (United Payments Interface) और आधार सुंदर पिचाई ने कहा कि भारत इस डिजिटल अर्थव्यवस्था में भी एक सफल निर्यातक होगा. उन्होंने कहा कि एंड्रॉइड जैसे एक मुफ्त मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम ने भारत जैसे देशों में डिजिटल क्रांति को शक्ति प्रदान की है. जिसके बाद अब दुनिया भर के कई देशों को भारत से सीखने की जरूरत है कि वह अपने देश में कैसे क्रांति ला सकते हैं.
सुंदर पिचाई ने कहा कि हमने (रिलायंस) Jio के साथ, (भारती) Airtel और कुछ अन्य लोगों के साथ बड़े निवेश किए हैं. हमने जियो के साथ जो काम किया, उसका एक हिस्सा जियोफोन का विकास करना था, और हम अन्य भागीदारों के साथ भी ऐसा कर रहे हैं, लेकिन हमारी प्रेरणा यह सुनिश्चित करना है कि हम अधिक से अधिक लोगों तक सस्ती पहुंच प्रदान कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि 5जी कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए भागीदारों के साथ काम करना डिजिटाइजेशन फंड के फोकस का एक बड़ा हिस्सा रहा है. कंपनी अब स्टार्टअप्स में निवेश करने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है, खासकर महिलाओं के नेतृत्व में. मुझे लगता है कि एआई आने वाले कई और नवाचारों के लिए अवसर प्रदान करता है. हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम आईडीएफ का उपयोग कृषि, स्वास्थ्य देखभाल आदि जैसे क्षेत्रों पर भी ध्यान देने के साथ योगदान करने के लिए कर रहे हैं.
सुंदर पिचाई ने इवेंट में एंड्रॉइड फोन यूजर्स के लिए नई सुविधा का ऐलान किया है. इसके तहत यूजर गूगल फाइल्स ऐप के जरिए भी डिजिलॉकर यूज कर सकेंगे. डिजिलॉकर एक तरह का वर्चुअल लॉकर है. इसमें सभी जरूरी दस्तावेजों को पेपरलेस फॉर्मेट में डिजिटल तरीके से स्टोर करके रख सकते हैं. डिजिलॉकर में सेव किए गए सभी डॉक्यूमेंट्स पूरी तरह से मान्य हैं.
गूगल-पे का नया ट्रांजैक्शन सर्च फीचर
गूगल-पे ने नया ट्रांजैक्शन सर्च फीचर लॉन्च किया है. इस फीचर की मदद से वॉइस के जरिए यूजर अपने ट्रांजैक्शन के बारे में जान पाएगा. संदिग्ध ट्रांजैक्शन के लिए गूगल पे अब ज्यादा सिक्योरिटी अलर्ट और चेतावनियां दिखाएगा. यह ML एल्गोरिदम का उपयोग करता है. ये चेतावनी रीजनल लैंगवेज में होगी. गूगल किसी भी वीडियो के अंदर सर्च फैसिलिटी का परीक्षण कर रहा है. आपको बस सर्च इन वीडियो फीचर के जरिए अपनी क्वेरी टाइप करना होगा और वीडियो में ठीक उस जगह पर जा पाएंगे जिसे आप ढूंढ रहे हैं. वीडियो में किसी भी चीज को सर्च करने के लिए पहले केवल सीक का ऑप्शन था. सर्च इन वीडियो फीचर सर्च को आसान बनाएगा.
यूट्यूब की नई सुविधा कोर्सेस
यूट्यूब 2023 से कोर्सेस नाम की एक फैसिलिटी शुरू करेगा, जिससे लर्निंग और ज्यादा इंटरैक्टिव होगी. व्यूअर्स को स्ट्रक्चर्ड लर्निंग एक्सपीरियंस प्रदान करने के लिए क्रिएटर्स फ्री और पेड कोर्सेस पेश कर सकेंगे. जो व्यूअर्स कोर्सेस खरीदना चुनेंगे, वे वीडियो को ऐड-फ्री देख पाएंगे. क्लाउड एक नया एआई, एमएल प्रोडक्ट है, जो ओरिजिनल कंटेंट को बिना किसी एडिशनल कॉस्ट के डब कर सकता है. इसे चुनिंदा हेल्थ बेस्ड क्रिएटर्स और पार्टनर्स के लिए रोल आउट किया जा रहा है. दर्शक इन वीडियो को एक अलग ऑडियो ट्रैक में टॉगल कर सकेंगे.
इंडिया फर्स्ट इनोवेशन एंड फीचर
हिंदी के बाद अब सर्च रिजल्ट पेजेस फीचर भारत बाइलिंगुअल भी हो जाएगा. यह फीचर आने वाले दिनों में तमिल, तेलुगु, मराठी और बंगाली भाषाओं को भी सपोर्ट करेगा. वॉइस सर्च फीचर अब उन लोगों को भी बेहतर ढंग से समझ पाएगा, जो हिंग्लिश बोलते हैं. एक नए न्यूरल नेटवर्क मॉडल का यूज किया जाएगा, जो पर्सन के एक्सेंट, कॉन्टेक्स्ट आदि को ध्यान में रखेगा.
चीन से मैन्युफैक्चरिंग शिफ्ट करना चाहता है गूगल
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल चीन में फॉक्सकॉन में हो रहे पिक्सल 7 फोन की आधी मैन्युफैक्चरिंग को वियतनाम शिफ्ट करना चाहता है. हालांकि, उसकी भारत के साथ भी बातचीत हुई है. अगर बातचीत सफल होती है तो एपल और सैमसंग के बाद बड़ी कंपनियों में गूगल भारत को एक्सपोर्ट सेंट्रिक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में इस्तेमाल करने वाला तीसरा मोबाइल डिवाइस मेकर होगा.