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Loksabha Election 2024: सत्यपाल मलिक ने सुझाया बीजेपी को हराने का फॉर्मूला, कहा- ‘मायावती को वोट ट्रांसफर करने से रोकना होगा’

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Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी तैयारियां तेज कर दी है. इस बीच पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) न विपक्ष को एक ऐसा फॉर्मूला सुझाया है जिसके आधार पर 2024 में बीजेपी (BJP) को पटखनी दी जा सकती है.

सत्यपाल मलिक ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) में बीजेपी को हराने के लिए विपक्ष को पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह (VP Singh) का फॉर्मूला अपनाना होगा. इसके साथ ही उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) को लेकर भी कहा कि विपक्ष को ध्यान रखना होगा कि कही मायावती अपना वोट बीजेपी के पक्ष में ट्रांसफर न करवा दें.

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए हाल ही में हिमाचल चुनाव में कांग्रेस की जीत और बिहार में आरजेडी-जेडीयू के साथ आने का स्वागत किया वहीं गुजरात के नतीजों पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात तो भाजपा का ही है उसमें हार-जीत का कोई मतलब नहीं हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने आने वाले दिनों को लेकर जो सोचा है वो नहीं रहने वाला हैं. इसके साथ ही उन्होंने लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए विपक्ष का पूर्व पीएम वी पी सिंह के फॉर्मूले को अपनाने की बात कही.

विपक्ष को सुझाया वीपी सिंह वाला फॉर्मूला

सत्यपाल मलिक ने कहा कि विपक्ष कभी एकजुट नहीं हो सकता क्योंकि उसमें सभी प्रधानमंत्री पद के दावेदार हैं. इसका एक ही हल सिर्फ वीपी सिंह का फॉर्मूला ही है. सभी दल मिलकर तय कर लें कि बीजेपी उम्मीदवार को किस सीट पर कौन सबसे मजबूत टक्कर दे सकता है और इसी आधार पर अपने उम्मीदवार उतारें. अगर एक उम्मीदवार के आगे विपक्ष एक कैंडिडेट को ही उतारता है तो बीजेपी के लिए मुश्किल हो जाएगी.

राहुल की पदयात्रा से दक्षिण में बीजेपी बाहर

पूर्व राज्यपाल ने इस दौरान राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की भी तारीफ की और कहा कि राहुल गांधी ने दक्षिण भारत से बीजेपी को बाहर कर दिया है वहां पर बीजेपी की कोई चर्चा भी नहीं कर रहा है. लेकिन अगर उत्तर भारत में वन टू वन हो जाए तो बीजेपी के लिए मुश्किल हो जाएगा.

सत्यपाल मलिक ने कहा कि विपक्ष अगर कांग्रेस के साथ कोई मोर्चा बनाए तो ही उसका फायदा होगा. कांग्रेस साथ हुई तो अल्पसंख्यक वोट बंटेगा नहीं. अखिलेश यादव वे अति पिछड़ों को अपने साथ जोड़ लिया है. ओबीसी आरक्षण पर हाईकोर्ट के फैसले के बाद जाट और मुस्लिम समाज पूरी तरह विपक्ष के साथ जुड़ जाएगा. ऐसे में सिर्फ मायावती को हैंडल करना जरुरी होगा. वो कहीं अपना वोट बैंक बीजेपी को ट्रांसफर न कर दें, इसे रोकना जरूरी होगा.