छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्त किये जाने और अडाणी मामले पर सरकार की चुप्पी को लेकर जनता के बीच जाएगी और इसके खिलाफ संघर्ष करेगी।
उन्होंने कहा कि सवाल राहुल का नहीं, बल्कि देश का है। मुख्यमंत्री ने यहां एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, सरकार का यह तानाशाही रवैया है। लोकसभा में अडाणी के विषय पर राहुल गांधी के बयान को सदन की कार्यवाही से निकाल दिया गया। सत्ता पक्ष ने लगातार लोकसभा की कार्यवाही को बाधित किया।
अब राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करा दी। सरकार राहुल की आवाज बंद नहीं कर सकती। उनकी आवाज अब आम जनता की आवाज बन चुकी है। बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अडाणी मामले में लोकसभा में जवाब नहीं दे पाये तो अब पिछड़ों की बात करने लगे, लेकिन मोदी को अडाणी के बारे में जवाब देना चाहिये। उन्होंने कहा कि दरअसल, अडाणी के मामले से ध्यान भटकाने के लिये सारी कवायद की जा रही है। बघेल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कटाक्ष करते हुए कहा, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव पिछड़े वर्ग के हैं।
वह जब मुख्यमंत्री पद से हटे तो उनका बंगला खाली हुआ। उनके बंगले को गंगा जल से किसने शुद्ध कराया। मैं भी पिछड़ी जाति का हूं। हमारे यहां पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर रमन सिंह मुझे छोटा आदमी कहते हैं। अभी एक उपचुनाव हुआ जहां मुझे चूहा, बिल्ली, कुत्ता जैसे शब्दों से सम्बोधित किया गया। तो पिछड़ों के बारे में भाजपा की सोच क्या है, इससे पता चलता है। बघेल ने साथ ही कहा कि मोदी उपनाम का ताल्लुक किसी जाति विशेष से नहीं है, कई बार पारसी और मुस्लिम लोग भी मोदी लिखते हैं।
बघेल के मुताबिक नीरव मोदी और ललित मोदी पिछड़े वर्ग के हैं ही नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार अगर पिछड़ों की इतनी ही हितैषी है, तो उसने अभी तक जातिवार जनगणना क्यों नहीं कराई। बघेल ने कहा ,” अडाणी का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से क्या सम्बन्ध है? अडाणी की कम्पनियों में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का जो धन लगा है और उसमें जो नुकसान हो रहा है, उसकी जांच क्यों नहीं हो रही है? हमारा सरकार से सवाल यह है कि इधर-उधर की बात न कर, ये बता कि कारवां कैसे लुटा? आखिर सेबी और प्रवर्तन निदेशालय इसकी जांच क्यों नहीं कर रहा है?
अडाणी को पूछताछ के लिये कब बुलाया जाएगा? बघेल ने कहा, अडाणी के बारे में जब बात की जाती है तो भाजपा के लोगों को तकलीफ क्यों होती है? किसी भी सवाल का जवाब भाजपा नहीं दे रही है। हमें जवाब चाहिए कि आखिर 20 हजार करोड़ रुपये किसके थे? वे फर्जी कम्पनियां किसकी थीं? एलआईसी और एसबीआई का धन किसके आदेश से अडाणी की इन कम्पनियों में लगाया जा रहा था?
उन्होंने कहा कि कांग्रेस राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द किये जाने और अडाणी की कम्पनियों में जनता के धन के गलत तरीके से निवेश के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएगी और पुरजोर तरीके से लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने सवाल किया कि अभी उत्तर प्रदेश में नगरीय निकाय के चुनाव क्यों रुके हुए हैं, वर्ष 2021 की जनगणना और आर्थिक सर्वेक्षण क्यों नहीं कराया गया।