Chhattisgarh Politic: छत्तीसगढ़ में कुछ ही महीनों बाद विधानसभा चुनाव होने वाले है. प्रदेश के सभी राजनीतिक दल इस साल छत्तीसगढ़ में अपनी सरकार बनाने की जद्दोजहद में जुट गई है.
नेता गर्मी में पसीना बहा रहे है कोई टिकट के लिए पसीना बहा रहा है तो कोई बड़े नेताओं के चक्कर लगा रहे है. ताकि उन्हें टिकट मिल जाये. इसी बीच हम आज छत्तीसगढ़ में सबसे वीआईपी संभाग दुर्ग संभाग की बात करेंगे. क्योंकि इस संभाग से सीएम, एचएम, सहित छह बड़े मंत्री आते है.
कांग्रेस का 20 में 18 सीटों पर है कब्जा
दुर्ग संभाग में 20 विधानसभा सीटें आती है. जिनमें से मौजूदा हालात में 18 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है वहीं 2 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. कांग्रेस यहाँ पर मजबूत है लेकिन इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सभी अपने 18 सीटों को बचाने के लिए फिर एक बार पूरी ताकत झोखनी पड़ेगी. क्योंकि सभी सीटिंग एमएलए है. अगर कोई भी सीट कांग्रेस यहाँ से हारती है तो कांग्रेस को इस चुनाव में नुकसान का सामना करना पड़ सकता है.
इन नेता समेत छह बड़े मंत्री की साख लगी है दांव पर
अब बात करते है वीआईपी संभाग दुर्ग में कांग्रेस की साख क्यों दाव पर है.दरअसल दुर्ग संभाग प्रदेश का एक ऐसा संभाग है जहां से प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, पीएचई मंत्री गुरु रूद्र कुमार और महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया इसी दुर्ग संभाग से आते हैं.
ऐसे में कांग्रेस को दुर्ग संभाग के सभी सीटों पर 2023 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है.मुख्यमंत्री समेत छह मंत्री इस संभाग से है. दुर्ग संभाग इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव कांग्रेस के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है. इसलिए हम कह रहे हैं कि इस बार विधानसभा चुनाव में दुर्ग संभाग में कांग्रेस की साख दाव पर लगी है.
बीजेपी को करना पड़ेगा कड़ी मेहनत
दुर्ग संभाग से मौजूदा हालात में बीजेपी से सिर्फ दो ही विधायक है. जिनमें छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. वही दुर्ग के वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र से विद्यारतन भसीन विधायक हैं. 2018 विधानसभा चुनाव में बीजेपी को दुर्ग संभाग से बड़ी हार का सामना करना पड़ा था. इस बार बीजेपी पूरी ताकत से दुर्ग संभाग में अपनी जीत को लेकर 2023 के विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरेगी.