पिछले महीने की 30 तारीख को प्रदेश भाजपा की आंतरिक राजनीति में उस वक़्त खलबली मच गई जब पूर्व नेता प्रतिपक्ष और दिग्गज आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने एकाएक अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव को प्रेषित कर दिया।
इसके ठीक दूसरे दिन साय ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। खुद सीएम और पीसीसी प्रमुख ने उनका कांग्रेस प्रवेश कराया था
साय ने अपने इस्तीफे में बताया था की भाजपा के भीतर उनके खिलाफ साजिश रची जा रही हैं। लेकिन इन सबसे इतर नंदकुमार साय ने एक बार फिर से इस बात का खुलासा किया हैं की आखिर उन्होंने किन वजहों से अपनी मातृपार्टी भाजपा को छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा था।
उन्होंने बताया की भाजपा में उनकी भूमिका ख़त्म हो चुकी थी और यही वजह रही की उन्होंने कांग्रेस में प्रवेश ले लिया। भूपेश सरकार की तरफ से सीएसआईडीसीएस में अध्यक्ष पद दिए जाने के ख़बरों के बीच नंदकुमार साय ने कहा की कांग्रेस में उनकी जिम्मेदारियां क्या होगी, समय बताएगा। फिलहाल उन्हें ऐसी जानकारी नहीं हैं। नंदकुमार साय ने साफ़ किया की किसी बड़े पद की उम्मीद में वे कांग्रेस में नहीं आएं हैं, भाजपा में उनकी भूमिका ख़त्म हो गई थी।