रिलीज के पहले ही दिन से विवादों में घिरी फिल्म आदिपुरुष को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। फिल्म को पूरे देश में प्रतिबंधित करने की मांग की जा रही है।
दरअसल फिल्म के संवाद और उसमें दिखाई गई एक्टिंग को लेकर लोगों का आरोप है कि इससे धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं। साथ ही साथ हिन्दू देवी-देवताओं की गलत छवि बनाई जा रही है। छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़ में शनिवार को लोगों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। मनेन्द्रगढ़—चिरमिरी—भरतपुर जिले के निवासियों ने शनिवार को आदिपुरुष फिल्म पर राष्ट्रव्यापी प्रतिबंध लगाने की मांग की और इसे सनातन धर्म के विरूध षड्यंत्र बताया।
प्रदर्शनकारियों ने मनेन्द्रगढ़ में फिल्म का प्रदर्शन कर रहे थियेटर के बाहर एकत्र होकर भी विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही ‘कोरिया साहित्य एवं कला मंच’ की सदस्य अनामिका चक्रवर्ती ने कहा कि विरोध शांतिपूर्ण था। कोरिया साहित्य एवं कला मंच के सदस्य नवगठित मनेन्द्रगढ़—चिरमिरी—भरतपुर जिले के मनेन्द्रगढ़ कस्बे स्थित एस तीन कॉम्प्लेक्स पहुंचे और फिल्म के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त की।
चक्रवर्ती ने कहा,”आदिपुरुष फिल्म को नाम के आधार पर अस्वीकार कर देना चाहिए। यह (फिल्म) रामायण पर आधारित है और राम आदिपुरुष नहीं मर्यादा पुरुषोत्तम थे। इस फिल्म से समाज में बहुत गलत संदेश जा रहा है। यह हमारी युवा पीढ़ी को गुमराह करने का तरीका है।” उन्होंने कहा कि यह फिल्म सनातन धर्म के खिलाफ एक षड्यंत्र है। चक्रवर्ती ने मांग की कि पूरे देश में इस फिल्म का प्रदर्शन तुरंत रोका जाना चाहिए।
इससे पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फिल्म आदिपुरुष को भगवान राम और हनुमान की छवि को धूमिल करने का प्रयास बताया था और पूछा था कि खुद को धर्म के ठेकेदार (संरक्षक) कहने वाले राजनीतिक दल इस पर चुप क्यों हैं? बघेल ने फिल्म के संवादों को आपत्तिजनक बताते हुए इसकी निंदा की है और कहा है कि यदि लोग इसकी मांग करेंगे तो उनकी सरकार राज्य में इसे प्रतिबंधित करने पर विचार करेगी।
‘आदिपुरुष’ को रामायण पर आधारित फिल्म बताया गया है। फिल्म में प्रभास, सैफ अली खान और कृति सैनन ने मुख्य भूमिका निभाई है।