बिहार की महागठबंधन (Mahagathbandhan) सरकार से अलग होने के बाद जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल होगी.
गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात के बाद जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के बेटे संतोष कुमार सुमन (Santosh Kumar Suman) ने NDA में शामिल होने का ऐलान किया. गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर हुई इस मुलाकात के दौरान हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन, पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय भी मौजूद थे. नित्यानंद राय बिहार के उजियारपुर से सांसद हैं. इससे पहले मांझी ने इसी साल अप्रैल महीने में भी अमित शाह से मुलाकात की थी.
नीतीश सरकार से समर्थन लिया वापसबता दें कि ‘हम’ ने सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस ले लिया था. उनके इस कदम के बाद से उनके ‘राजग’ में शामिल होने की चर्चा जोरों पर थी. बिहार विधानसभा में ‘हम’ के मांझी समेत चार विधायक हैं, जबकि बिहार विधान परिषद के सदस्य सुमन ने एक हफ्ते पहले राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था. मांझी ने आरोप लगाया था कि नीतीश कुमार उनकी पार्टी का जनता दल यूनाइटे (JDU) में विलय करने का दबाव डाल रहे थे.
पहले भी NDA के साथ रही है HAMसाल 2014 के लोकसभा चुनाव में JDU की करारी हार के बाद नीतीश कुमार द्वारा मुख्यमंत्री पद के लिए चुने गए मांझी ने 2015 में जब कुमार को कुर्सी सौंपने की बात आई थी तो बगावत कर दी थी और भाजपा से हाथ मिला लिया था. वह 2019 के लोकसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा थे. इस चुनाव को JDU और भाजपा ने एक साथ लड़ा था. बिहार के कुछ हिस्सों में ‘मांझी’ समुदाय में जीतनराम मांझी का खासा प्रभाव है. सत्तारूढ़ महागठबंधन के पास लगभग 160 विधायक हैं. इस गठबंधन में JDU, राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस और तीन वाम दल शामिल हैं. 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में बहुमत के लिए 122 विधायकों की जरूरत होती है.