नोएडा देश का बेहतरीन सुविधाओं वाला शहर बनने जा रहा है. अभी तक विदेशों में चलने वाली पॉड टैक्सी अब नोएडा में भी दौड़ेगी और लोग इनमें बैठकर दुबई-लंदन वाली फील ले सकेंगे. सबसे खास बात है कि नोएडा एनसीआर का ही नहीं बल्कि देश का पहला शहर होगा जहां ये सुविधा शुरू की जाने वाली है. इस परियोजना को उत्तर प्रदेश सरकार से मंजूरी मिल चुकी है और इसकी डीपीआर बनवाई जा रही है.
पॉड टैक्सी ऐसी इलेक्ट्रिक कार होती हैं जो बिना ड्राइवर के चलती हैं. देखने में बेहद ही सुंदर ये कारें कुछ यात्रियों को बैठा कर बहुत तेज गति से एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए डिजाइन की जाती हैं. पॉड टैक्सी में मात्र एक छोटा का डब्बा नुमा कोच होता है. यह इलेक्ट्रिक वाहन स्टील के ट्रैक पर चलती है. अगर सब ठीक रहा तो इस साल के अंत तक पॉड टैक्सी में बैठने का मौका मिल सकता है.
बता दें कि पहले पॉड टैक्सी को नोएडा के जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सेक्टर 21 में फिल्म सिटी तक जोड़ना था लेकिन अब रूट को बदलकर एयरपोर्ट से परी चौक तक बनाने का फैसला लिया गया है. करीब 37,000 यात्री इन नए युग की आधुनिक पॉड टैक्सियों में रोजाना सफर कर सकेंगे. इसका रूट 28 किलोमीटर लंबा होगा और इसमें 12-14 स्टेशन होंगे. पॉड टैक्सी का किराया 10 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से होगा यहीं नहीं अगले पांच साल तक किराया बढ़ाया नहीं जाएगा. यह टैक्सी 40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ़्तार से दौड़ेगी.
यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह का कहना है कि पॉड टैक्सी परियोजना के लिए दोबारा टेंडर निकाले जाएंगे. इसके बिड डाक्यूमेंट में बदलाव किए जाएंगे. इस संबंध में शासन में जल्द बैठक होगी.
अभी इन देशों में चलती है पॉड टैक्सी
वर्तमान में पॉड टैक्सी का संचालन कई देशों में किया जा रहा है. इसमें दक्षिण कोरिया, दुबई, सिंगापुर, अमेरिका और लंदन जैसे देश शामिल हैं. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही भारत का नाम भी इस लिस्ट में जुड़ जाएगा.
पॉड टैक्सी से बदलेगी नोएडा की सूरत…
गुलशन ग्रुप के डायरेक्टर दीपक कपूर कहते हैं कि मेट्रो, रैपिड रेल और एयरपोर्ट आने से नोएडा व ग्रेटर नोएडा के विकास में तेजी आई है. लोग इन शहरों को वरीयता दे रहे हैं. यहां लगातार नए प्रोजेक्ट आ रहे हैं और निवेश बढ़ रहा है. पॉड टैक्सी आने के बाद यहां ट्रांसपोर्ट और बेहतर होगा. वहीं एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा ने बताया कि ट्रांसपोर्ट के बेहतर साधनों की वजह से नोएडा और ग्रेटर नोएडा रहने के लिए बेहद लग्जरी स्थान बन चुके हैं. यही कारण है कि लगातार यहां न सिर्फ नए रियल एस्टेट प्रोजेक्ट आ रहे हैं बल्कि डिमांड बढ़ने से निवेश भी बढ़ रहा है.