छत्तीसगढ़ : इकाई के प्रमुख कोमल हुपेंडी ने शीर्ष नेतृत्व पर उदासीन रवैये का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ दी है.
आप के इन नेताओं ने कहना है कि नवंबर- दिसंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी को इंडिया गठबंधन की वजह से नुकसान हुआ है. इस वजह से पार्टी के नेता इंडिया गठबंधन में शामिल होने के खिलाफ है.
उन्होंने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि उन्होंने और राज्य के छह अन्य नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है. मैं सरकारी सेवा में था, और समाज के लिए कुछ करना चाहता था, इसलिए मैं आम आदमी पार्टी में शामिल हो गया। मुझे यह पार्टी दूसरों से बेहतर लगी और मैं दिल्ली में इसके काम से प्रभावित हुआ।
छत्तीसगढ़ में आप का संगठन कमजोर था, लेकिन हम कुछ अच्छे काम किए और संगठन बढ़ा। जब 2023 में विधानसभा चुनाव हुए तो आप ने घोषणा की थी कि वह सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, लेकिन हमारे आग्रह के बावजूद उसने सभी सीटों पर चुनाव नहीं लड़ा. भानुप्रतापपुर निर्वाचन क्षेत्र में हुपेंडी 15,255 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे.
उन्होंने दावा किया कि शीर्ष नेताओं को कम से कम उन्हें इसका कारण बताना चाहिए था, लेकिन उन्होंने मेरा फोन तक नहीं उठाया. उम्मीदवारों को टिकट तो दिए गए, लेकिन शीर्ष नेतृत्व से कोई समर्थन नहीं मिला. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अभी मैंने ये तय नहीं किया है कि वह किस पार्टी में शामिल होऊंगा.
आम आदमी पार्टी छोड़ने वालों प्रदेश अध्यक्ष हुपेंडी के अलावा आनंद प्रकाश मिरी वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष, विशाल केलकर प्रदेश सचिव, रविंद्र सिंह ठाकुर प्रदेश अध्यक्ष यूथ विंग, धरम भार्गव प्रदेश अध्यक्ष एससी विंग और बसंत कुजूर प्रदेश अध्यक्ष एसटी विंग शामिल हैं.
बता दें कि 2023 के विधानसभा चुनाव में आप ने छत्तीसगढ़ की 90 में से 54 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन एक भी सीट पर जीत नहीं दर्ज कर पाई. उनकी पार्टी को महज 0.98 प्रतिशत वोट शेयर हासिल हुआ था.