छत्तीसगढ़ : राज्य की तीन लोकसभा क्षेत्रों कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद में शुक्रवार को होने वाले मतदान के लिए तैयारी पूरी हो गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। तीन लोकसभा क्षेत्रों में कुल 41 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं लेकिन मुख्य मुकाबला सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच होने की संभावना है। राज्य की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया ‘राज्य में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को महासमुंद, राजनांदगांव और कांकेर (अनुसूचित जनजाति आरक्षित) सीट पर मतदान कराने के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं।’
तीन सीट कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद हैं।
कंगाले ने बताया, ‘‘कांकेर लोकसभा क्षेत्र में आठ विधानसभा क्षेत्र हैं और इनमें से अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, केशकाल और कांकेर विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक (माओवादी खतरे को देखते हुए) मतदान होगा।’’
अन्य चार विधानसभा क्षेत्रों – सिहावा, संजारी-बालोद, डौंडीलोहारा और गुंडरदेही में मतदान का समय सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक है।
राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में मानपुर-मोहला विधानसभा क्षेत्र में सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक मतदान होगा। शेष सात विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा।
महासमुंद निर्वाचन क्षेत्र के बिंद्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत नौ संवेदनशील मतदान केंद्रों को छोड़कर निर्वाचन क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों में सुबह सात बजे से दोपहर छह बजे तक मतदान होगा। संवेदनशील नौ मतदान केंद्रों में सुबह सात से दोपहर तीन बजे तक मतदान होगा।
कंगाले ने बताया कि तीन सीट पर कुल 41 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें राजनांदगांव में 15, महासमुंद में 17 और कांकेर में नौ उम्मीदवार हैं।
निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 52,84,938 मतदाता हैं जिनमें से 26,05,350 पुरुष तथा 26,79,528 महिला मतदाता हैं। इन क्षेत्रों में तीसरे लिंग के 60 मतदाता पंजीकृत हैं।
अधिकारी ने बताया इन क्षेत्रों में 7,363 सेवा मतदाता, 51,306 ‘दिव्यांग’ मतदाता, 18 से 19 वर्ष के आयु वर्ग के 1,62,624 मतदाता, 85 वर्ष से अधिक आयु के 16,643 मतदाता और 100 वर्ष से अधिक आयु के 498 मतदाता हैं।
इन तीन निर्वाचन क्षेत्रों में 6,567 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 330 ‘संगवारी’ मतदान केंद्र (महिला कर्मियों द्वारा प्रबंधित) तथा 120 ‘आदर्श’ मतदान केंद्र होंगे जबकि 25 मतदान केंद्रों का प्रबंधन ‘दिव्यांगजन’ और 117 का युवाओं द्वारा किया जाएगा।
दूसरे चरण में 23 मतदान केंद्रों को अतिसंवेदनशील और 458 को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है।
अधिकारी ने बताया कि दूसरे चरण के लिए कुल 32,907 मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि बुधवार को कांकेर सीट के दूरदराज और संवेदनशील इलाकों के नौ मतदान केंद्रों के लिए 72 मतदान कर्मियों और महासमुंद सीट के दो मतदान केंद्रों के लिए 15 मतदान कर्मियों को हेलीकॉप्टर से मतदान केंद्र पहुंचाया गया।
उन्होंने बताया कि शेष 6,556 मतदान टीम को बृहस्पतिवार को बस के माध्यम से उनके गंतव्यों के लिए रवाना किया जा रहा।
कंगाले ने बताया कि मतदान के लिए तीन निर्वाचन क्षेत्रों में सुरक्षाकर्मियों की लगभग 222 कंपनी तैनात की गई हैं।
छत्तीसगढ़ की सभी 11 लोकसभा सीटों के लिए तीन चरणों में मतदान हो रहा है। नक्सल प्रभावित बस्तर (एसटी) निर्वाचन क्षेत्र में 19 अप्रैल को पहले चरण के दौरान मतदान हुआ था। शेष सात सीटों पर सात मई को अंतिम चरण के दौरान मतदान होगा।
राजनांदगांव सीट पर भाजपा के मौजूदा सांसद संतोष पांडेय और पूर्व मुख्यमंत्री तथा कांग्रेस के मौजूदा विधायक भूपेश बघेल के बीच मुकाबला होगा।
सत्ताधारी भाजपा ने महासमुंद और कांकेर सीट पर अपने मौजूदा सांसदों के टिकट काट कर क्रमशः रूपकुमारी चौधरी और भोजराज नाग को मैदान में उतारा है। चौधरी और नाग पूर्व विधायक हैं।
कांग्रेस ने महासमुंद में राज्य के पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और कांकेर सीट पर बीरेश ठाकुर को मैदान में उतारा है। ठाकुर 2019 का लोकसभा चुनाव कांकेर सीट पर भाजपा उम्मीदवार से हार गए थे।
लोकसभा चुनाव-2019 में भाजपा ने राज्य की नौ लोकसभा सीट और कांग्रेस ने दो सीट पर जीत दर्ज की थी।
छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के मतदान के लिए प्रचार अभियान में भाजपा और कांग्रेस के बीच भ्रष्टाचार, संविधान में बदलाव और दोनों दलों के चुनावी वादों जैसे मुद्दों पर तीखी नोकझोंक हुई।
दूसरे चरण के लिए भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसे प्रमुख नेताओं ने चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया। कांग्रेस के लिए, प्रियंका गांधी वाद्रा ने प्रचार का नेतृत्व किया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे आम चुनाव के दूसरे चरण के प्रचार अभियान में नजर नहीं आए।
मोदी और शाह ने संविधान, अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होने, आतंकवाद और नक्सलवाद पर टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने दो चुनावी रैलियों को संबोधित किया। उन्होंने जवाबी हमला करते हुए दावा किया कि उनकी पार्टी गरीबों के हित के लिए सोचती है जबकि भाजपा संविधान को बदलना चाहती है।