पूरे देश में चल रही बदलाव की हवा, केंद्र की सत्ता से बीजेपी का जाना तयः शरद पवार…
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार को कहा कि पूरे देश में बदलाव की हवा चल रही है। अपनी खामियों और विफलताओं के कारण सत्तारूढ़ बीजेपी के प्रति अब लोगों की धारणा बदल गई है। देश का हर वर्ग बीजेपी सरकार से परेशान है। इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी का जाना तय है। शिरूर और अहमदनगर लोकसभा क्षेत्रों में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) उम्मीदवारों के लिए चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए, पवार ने कहा कि उन्होंने पिछले कुछ हफ्तों में पूरे महाराष्ट्र में प्रचार करते हुए हजारों लोगों से बातचीत की और बदलाव की उनकी इच्छा को महसूस किया। पवार ने कहा, “जनता, किसान, श्रमिक, युवा और महिलाएं बीजेपी सरकार की कार्यशैली से परेशान हैं। बीजेपी को 10 साल तक देश पर शासन करने का अवसर मिला, लेकिन उन्होंने जनता को निराश किया।” शरद पवार ने दावा किया कि विभिन्न क्षेत्रों में संकट के अलावा बी.आर. अंबेडकर द्वारा लिखित संविधान पर भी खतरा मंडराने लगा है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषणों में जवाहरलाल नेहरू, अन्य पूर्व प्रधानमंत्रियों और हमारी भी आलोचना करते रहते हैं। प्रधानमंत्री को हम (विपक्ष) को निशाना बनाए बिना रात में नींद नहीं आती है। उन्हें काम के माध्यम से अपने पद की गरिमा बरकरार रखनी चाहिए।” वरिष्ठ नेता ने कहा, वर्तमान सरकार संसदीय लोकतांत्रिक प्रणाली या विपक्ष में विश्वास नहीं करती है। राष्ट्रीय समस्याओं को हल करने के लिए सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के बीच सामंजस्यपूर्ण संबंधों पर उसे विश्वास नहीं है। पवार ने कहा, “जब मैं लोकसभा में विपक्ष का नेता था, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और उनके वरिष्ठ मंत्री अक्सर मेरे साथ बैठते थे और मुद्दों पर चर्चा करते थे। वे हमारी राय पूछते थे और अगर उन्हें लगता था कि हम सही हैं, तो वे उन्हें लागू करने का आश्वासन देते थे।” मराठा नेता ने चेतावनी देते हुए कहा, “वर्तमान सरकार संविधान को बदलना चाहती है। उनके नेता सार्वजनिक रूप से यह कह रहे हैं। उन्होंने इतने सालों तक यहां स्थानीय चुनाव कराने की जहमत नहीं उठाई, वे नहीं चाहते कि लोगों को वोट देने का अधिकार मिले। उनके फैसले संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकार को छीनने की कोशिश कर रहे हैं।” रैलियों में कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के अन्य एमवीए नेताओं के साथ बड़े पैमाने पर ग्रामीणों और किसानों को संबोधित करते हुए पवार ने कहा, “जिन लोगों के हाथों में आज महाराष्ट्र है, उन्हें जनता से जुड़े मुद्दों में कोई दिलचस्पी नहीं है।” पवार ने कहा,”यह चुनाव देश के लिए है, और अगर हम सभी एकजुट भूमिका नहीं निभाते हैं, तो महाराष्ट्र को संकट की स्थिति का सामना करना पड़ेगा। जनता बदलाव के लिए संघर्ष कर रही है और इसे मौजूदा चुनावों के माध्यम से लोकतांत्रिक तरीके से हासिल करने की जरूरत है।” एनसीपी (एसपी) प्रमुख ने किसानो की चिंताओं के बारे में भी बात की और याद दिलाया कि जब वह 10 साल तक केंद्रीय कृषि मंत्री थे, तो किसानों की आत्महत्याएं कैसे कम हुई थीं। उन्होंने कहा, लेकिन मौजूदा सरकार में स्थिति फिर से खराब हो गई है। रैलियों में कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट, पार्टी उम्मीदवार अमोल कोल्हे (शिरूर) और नीलेश लंके (अहमदनगर) के अलावा बड़ी संख्या में किसान और युवा शामिल हुए।