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WHO सदस्यों ने कोविड और एमपॉक्स जैसी महामारियों से निपटने के लिए नियम सुधारों को दी मंजूरी

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WHO सदस्यों ने कोविड और एमपॉक्स जैसी महामारियों से निपटने के लिए नियम सुधारों को दी मंजूरी

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के सदस्य देशों ने कोविड-19 और एमपॉक्स जैसी वैश्विक महामारियों से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर तैयारी में सुधार करने संबंधी नए कदमों को शनिवार को मंजूरी दी और वृहद संधि पर सहमत होने के लिए नयी समय सीमा तय की।

डब्ल्यूएचओ ने यह जानकारी दी। WHO ने कहा कि देशों ने अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमों (IHR) में संशोधन करने पर सहमति जताई जैसे कि ”वैश्विक महामारी आपातकाल” शब्द को परिभाषित करना और विकासशील देशों को वित्तपोषण एवं चिकित्सा उत्पादों तक बेहतर पहुंच प्राप्त करने में मदद करना।

इन नियमों में इससे पहले 2005 में बदलाव किया गया था। यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने वैश्विक महामारियों से निपटने संबंधी अधिक व्यापक ”संधि” अपनाने की योजनाएं पर सहमति नहीं बन पाने पर इस साल अपनी छह दिवसीय ‘विश्व स्वास्थ्य सभा’ को समाप्त कर दिया था। प्रौद्योगिकी के बेहतर आदान-प्रदान और महामारी फैलाने वाले रोगाणुओं के बारे में असहमति के कारण योजनाओं पर सहमति नहीं बन पाई थी। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि देशों ने महामारी से निपटने संबंधी समझौते पर वार्ता को वर्ष के अंत तक पूरा करने पर सहमति व्यक्त की। WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस ने कहा, ”IHR संशोधनों की सफलता दर्शाती है कि हमारी विभाजित और विभाजनकारी दुनिया में देश अब भी साझा उद्देश्य और साझा आधार खोजने के लिए एक साथ आ सकते हैं।”

WHO ने कहा कि देशों ने वैश्विक महामारी आपात स्थिति को एक संक्रामक रोग के रूप में परिभाषित किया है, जो भौगोलिक आधार पर व्यापक रूप से फैल सकती है या जिसका जोखिम बहुत अधिक है। एजेंसी ने कहा कि इसे ऐसे प्रकोप के रूप में भी परिभाषित किया गया है जो ”उल्लेखनीय” आर्थिक या सामाजिक व्यवधान पैदा कर सकता है तथा जिसके लिए त्वरित अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई की आवश्यकता है। WHO के कानूनी अधिकारी स्टीवन सोलोमन ने कहा कि स्वास्थ्य नियमों को संशोधित करने का कदम तुरंत प्रभावी नहीं होगा, बल्कि यह टेड्रोस द्वारा निर्णय के बारे में देशों को औपचारिक रूप से सूचित करने के एक साल बाद लागू होगा।