छत्तीसगढ़ : बलौदा बाजार हिंसा में 12 करोड़ रुपये की संपत्ति जलकर ख़ाक…
पिछले महीने सतनामी समाज के आंदोलन और धरना प्रदर्शन के दौरान वहां मौजूद भीड़ ने उग्र रूप ले लिया था और फिर पूरे परिसर में जमकर उत्पात मचाया गया था।
भीड़ में शामिल तत्वों ने न सिर्फ वहां मौजूदा वाहनों में तोड़फोड़ की बल्कि जिला कलेक्टर और एसपी दफतर को भी आग के हवाले कर दिया था।
उन्होंने परिसर में खड़े चारपहिया और दुपहिया वाहनों में भी आग लगा दी थी। हालाँकि इसके बाद हरकत में आये पुलिस-प्रशासन ने भीड़ को खदेड़ा और घटना के कुछ दिनों के भीतर आरोपियों की पहचान कर उन्हें हिरासत में लिया गया। बहरहाल इस पूरे घटना की गूँज न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश में सुनाई दी।
मामले में सत्ताधारी पक्ष भाजपा ने जहाँ कांग्रेस पर भीड़ को उकसाने और हिंसा कराने का आरोप लगाया तो वही विपक्ष ने इसकी जिम्मेदारी सरकार पर मढ़ते हुए उन्हें कानून-व्यवस्था सँभालने में नाकाम बताया। दोनों ही तरफ से जाँच दल का भी गठन किया गया था।
वही अब इस पूरे मामले पर राज्य के खेल, युवा कल्याण मंत्री और क्षेत्रीय विधायक टंकराम वर्मा का बड़ा बयान आया हैं। उन्होंने बताया हैं कि इस हिंसा और आगजनी में करीब 12 करोड़ रु से ज्यादा की संपत्तियों को नुकसान पहुँच हैं। मंत्री वर्मा ने कहा हैं कि, इस नुकसान की भरपाई उपद्रवी लोगों से होना चाहिए, एक ऐसा प्रावधान होना चाहिए की उपद्रवियों से भरपाई हो।
मंत्री टांकराम वर्मा ने कहा कि वह इस पर अपनी बात राज्य सरकार के सामने रखेंगे। दरअसल, बीते 15 मई की देर रात धार्मिक स्थल को नुकसान पहुंचाया था। इसके विरोध में लोग कई दिन से प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस जैतखाम को नुकसान पहुंचाने वाले 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी थी। इसके साथ ही डिप्टी सीएम विजय शर्मा पहले ही न्यायिक जांच के निर्देश दे चुके थे।
हालांकि समाज के लोगों का आरोप था कि पकड़े गए लोग असली आरोपी नहीं हैं। इस लेकर समाज की तरफ से विरोध प्रदर्शन और घेराव का कार्यक्रम रखा गया था लेकिन, भीड़ एकाएक उग्र हो गई और फिर इसने आगजनी और हिंसा का रूप ले लिया।