बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद में प्रधानपाठक देवेन्द्र कुमार ठाकुर सुसाइड केस में पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। साथ ही इसी मामले में डौंडी थाने में तीन अन्य लोगों पर 420 के तहत एफआईआर भी दर्ज की गई है।
दरअसल, ये पूरा मामला डौंडी थाना क्षेत्र के ग्राम घोठिया का है। यहां रहने वाला देवेंद्र ठाकुर (57) प्रधान पाठक की पदस्थापना डौंडी विकासखंड के ओडगांव प्राथमिक स्कूल में थी। 7 सितंबर की सुबह उनके घर में उनकी लाश फांसी के फंदे पर लटकती मिली। घर वालों के द्वारा सूचना देने पर पहुंची पुलिस ने सुसाइड नोट भी जब्त किया। घटना के वक्त देवेंद्र ठाकुर की पत्नी ड्यूटी पर गई थी। घटना वाले दिन तबीयत खराब होने का बहाना कर देवेंद्र ठाकुर घर पर ही रुके थे। बच्चे जब स्कूल से आए तब उन्होंने पिता को फांसी पर लटकता देखा। बच्चों ने पड़ोसियों को इसकी सूचना दी, जिसके बाद पड़ोसियों के माध्यम से सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फांसी के फंदे से उतार पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया था। शव के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है।
सुसाइड नोट में देवेन्द्र ठाकुर ने अपनी मौत के लिए चार लोगों को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके नाम लिखे है। सुसाइड नोट में लिखा कि वन विभाग में नौकरी लगाने के नाम से प्रधान पाठक ने अपने रिश्तेदारों से रकम लेकर ठग को दिए थे। रिश्तेदारों को नौकरी नहीं मिली तो वो पैसे वापस की मांग प्रधान पाठक से करने लगे। इस बात से परेशान प्रधान पाठक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में हरेंद्र नेताम, प्रदीप ठाकुर, मदार खान और मोहम्मद अकबर के नाम का उल्लेख है।
डौंडी पुलिस ने नौकरी के नाम पर ठगी मामले में हरेंद्र नेताम, प्रदीप ठाकुर और मदार खान उर्फ सलीम के खिलाफ बीएनएसएस की धारा 108, 420 के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल मामले में जांच जारी है।