जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के मुख्य तत्वाधान में आदि कर्मयोगी अभियान-रेस्पॉन्सिव गवर्नेस प्रोग्राम की रायपुर में आज शुरूआत हुई। इस महत्वाकांक्षी अभियान में बीआरएलएफ (भारत ग्रामीण आजीविका मिशन) द्वारा विशेष सहयोग प्रदान किया जा रहा है, जबकि आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग इसका आयोजक है।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जनजातीय विकास और परिवर्तन के लिए व्यक्तियों और संस्थाओं को सशक्त बनना है, ताकि जमीनी स्तर पर आ रही समस्याओं को जानकर उन्हें दूर करने के लिए एक प्रभावी योजना बनाई जा सके। इसी के अंतर्गत आज स्टेट प्रोग्रेसिव लैब की शुरूआत होटल बेबीलॉन इन्टरनेशनल, रायपुर में शुरूआत हुई।
इस अभियान के अंतर्गत जिला मास्टर्स ट्रेनर्स को प्रशिक्षित किया जाना है। दो चरणों में संपादित होने वाले इस कार्यक्रम का प्रथम चरण 11 से 14 अगस्त एवं दूसरा चरण 18 से 21 अगस्त तक आयोजित किया जाना है। प्रथम चरण में आज तीन संभाग बिलासपुर, रायपुर एवं दुर्ग के जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स उपस्थित हुए। आज का सेशन बहुत ही उपयोगी एवं रोमांचक रहा इसमें उपस्थित मास्टर ट्रेनर्स के मध्य कुछ एक्टीविटीस करवाई गई एवं उनके सुझाव आमंत्रित किये गये। मास्टर ट्रेनर्स प्रशिक्षण के प्रथम चरण के अंतर्गत आदिम जाति विभाग, शिक्षा विभाग पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, महिला बाल विकास एवं स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के 100 से अधिक चयनित मास्टर ट्रेनर्स उपस्थित हुए।
मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन करेंगे कार्यक्रम का उद्घाटन
मुख्य सचिव अमिताभ जैन के मुख्य आतिथ्य में 12 अगस्त को इस कार्यक्रम का उद्घाटन होगा। इसमें विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की अपर मुख्य सचिव ऋचा शर्मा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की प्रमुख सचिव निहारिका बारिक सिंह, आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर के अलावा तथा स्कूल शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सचिव उपस्थित होंगे।