“क्या विपक्ष चलेगा नहले पर दहला? उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए अहम बैठक आज, खरगे ने दिया नया अपडेट”
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने अपने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। एनडीए की तरफ से महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को कैंडिडेट बनाया गया है।
वहीं, इस अहम घोषणा के बाद अब विपक्ष भी आज उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए बैठक करेगा। इसकी जानकारी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दी है। अब देखने वाली बात होगी कि क्या विपक्ष भी साउथ पॉलिटिक्स पर जोर देता है या कोई चौंकाने वाला नया चेहरा सामने लाएगा।
अन्य विपक्षी नेताओं ने भी कहा- जल्द होगी बैठक हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कई विपक्षी नेताओं ने राधाकृष्णन की उम्मीदवारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि वे भी जल्द ही एक बैठक करेंगे और अपने नाम पर फैसला करेंगे। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि इंडिया गठबंधन के नेताओं ने इस मुद्दे पर कुछ चर्चाएं की हैं और मुझे उम्मीद है कि आम सहमति बन जाएगी और हम जल्द ही इस फैसले की घोषणा करेंगे।
कांग्रेस सांसद बोले- आरएसएस से जुड़ाव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि सीपी राधाकृष्णन की आरएसएस से जुड़ी पृष्ठभूमि है और वे गर्व से उस बैज को धारण करते हैं। वे सांसद और भाजपा के तमिलनाडु प्रमुख रह चुके हैं और अब महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं, लेकिन उनके आरएसएस से जुड़ाव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
कौन हैं एनडीए के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार सीपी राधाकृष्ण 20 अक्टूबर, 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पुर में जन्मे सीपी राधाकृष्णन ने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। आरएसएस स्वयंसेवक के रूप में शुरुआत करते हुए, वे 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य बने। 1996 में, राधाकृष्णन को तमिलनाडु भाजपा का सचिव नियुक्त किया गया। वे 1998 में कोयंबटूर से पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए। 1999 में वे दोबारा लोकसभा के लिए चुने गए।
सांसद के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने कपड़ा संबंधी संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। 2004 में राधाकृष्णन ने संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। वे ताइवान गए पहले संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भी थे।
2004 से 2007 के बीच, राधाकृष्णन तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे। इस पद पर रहते हुए, उन्होंने 19,000 किलोमीटर की ‘रथ यात्रा’ की, जो 93 दिनों तक चली। यह यात्रा सभी भारतीय नदियों को जोड़ने, आतंकवाद के उन्मूलन, समान नागरिक संहिता लागू करने, अस्पृश्यता निवारण और नशीले पदार्थों के खतरे से निपटने जैसी उनकी मांगों को उजागर करने के लिए आयोजित की गई थी।
झारखंड और महाराष्ट्र के राज्यपाल रहे इसके बाद 18 फरवरी, 2023 को राधाकृष्णन को झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया। पोन्नुसामी राधाकृष्णन ने 31 जुलाई 2024 को महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में शपथ ली।