“उपराष्ट्रपति चुनाव में 46 उम्मीदवारों के नामांकन, मुकाबला राधाकृष्णन और रेड्डी के बीच”
उपराष्ट्रपति की चुनाव प्रक्रिया अब आगे के चरण में प्रवेश कर चुकी है। इस चुनाव के लिए कुल 46 लोगों ने नामांकन दाखिल किया था जिसमें से 44 लोगों के नामांकन खारिज किए जा चुके हैं।
अब उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 की तस्वीर एक तरीके से पूरी तरह साफ ही है। नामांकन प्रक्रिया के बाद सिर्फ दो उम्मीदवार ही मैदान में बचे हैं। इसके लिए कुल 46 उम्मीदवारों ने 68 नामांकन पत्र दाखिल किए थे, जिनमें से अधिकांश तकनीकी खामियों के कारण खारिज कर दिए गए है। अब मुकाबला सत्तारूढ़ एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन और विपक्षी उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच होगा। दोनों ही दक्षिण भारत से आते हैं, इसलिए ये चुनावी लड़ाई भी साउथ बनाम साउथ की हो गई है।
निर्वाचन अधिकारी और राज्यसभा सचिवालय के मुताबिक चुनाव आयोग की अधिसूचना के बाद 7 अगस्त 2025 से नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई थी। नामांकन की अंतिम तिथि 21 अगस्त थी, जबकि जांच 22 अगस्त को हुई। 46 उम्मीदवारों में से केवल सीपी राधाकृष्णन और बुचिरेड्डी सुदर्शन रेड्डी के चार-चार नामांकन पत्र वैध पाए गए। बाकी सभी पर्चे नियमों के उल्लंघन और अधिनियम की धाराओं के तहत अस्वीकृत कर दिए गए। उम्मीदवार 25 अगस्त तक नाम वापस ले सकते हैं।
68 नामांकन में से केवल दो ही वैध इस चुनाव में उम्मीदवारों का उत्साह काफी अधिक था। कुल 46 अभ्यर्थियों ने 68 नामांकन दाखिल किए। इनमें से 19 उम्मीदवारों के 28 नामांकन प्रारंभिक स्तर पर ही खारिज कर दिए गए। शेष 27 उम्मीदवारों के 40 नामांकन पत्रों की 22 अगस्त को जांच की गई। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति निर्वाचन अधिनियम, 1952 के तहत नियमों के अनुरूप न होने पर अधिकांश नामांकन अमान्य करार दिए गए। अंततः केवल दो उम्मीदवारों के नामांकन पत्र वैध पाए गए।
‘मुझे तूफानों से टकराने की आदत आसुरी शक्तियां क्या बिगाड़ेंगी’, दिल्ली में दहाड़ीं CM गुप्ता 9 सितंबर को मुकाबला, 25 अगस्त तक नाम वापसी की समय सीमा राज्यसभा सचिवालय के अनुसार, अंतिम उम्मीदवार सूची 25 अगस्त के बाद जारी की जाएगी। 9 सितंबर 2025 को उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान होगा। अब यह चुनाव सत्तारूढ़ राजग उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन और विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच सीधा मुकाबला है। राधाकृष्णन तमिलनाडु से भाजपा के वरिष्ठ नेता और वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं, जबकि रेड्डी तेलंगाना से आते हैं और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश रहे हैं। उपराष्ट्रपति का चुनाव NDA बनाम INDIA की बजाय दक्षिण बनाम दक्षिण बन गया है।