उपराष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने शानदार जीत दर्ज की. उन्होंने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को हराया. राधाकृष्णन की जीत के बाद तृणमूल कांग्रेस ( TMC) ने भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया.
TMC के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने दावा किया कि भाजपा ने वोट खरीदने के लिए प्रति सांसद 15 से 20 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.
लोकसभा में TMC संसदीय दल का नेतृत्व करने वाले अभिषेक ने भाजपा पर लोकतंत्र को कमजोर करने के लिए धनबल का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने दावा किया कि भाजपा नेता मंगलवार (9 सितंबर) को हुए चुनाव के नतीजों को प्रभावित करने के लिए पैसों की बोरियां लेकर आए थे.
भाजपा ने वोट खरीदने के लिए खर्च किए करोड़ों – अभिषेक बनर्जी अभिषेक ने कहा, ”कुछ लोगों से बात करने के बाद मैं कह सकता हूं कि भाजपा ने वोट खरीदने के लिए प्रत्येक व्यक्ति पर 15-20 करोड़ रुपये खर्च किए. जनप्रतिनिधि के रूप में चुने गए सदस्य लोगों के विश्वास और भावनाओं को बेच रहे हैं. प्रतिनिधियों को खरीदा जा सकता है, लेकिन लोगों को नहीं.” उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस के सभी 41 सांसदों (28 लोकसभा सदस्य और 13 राज्यसभा सदस्य) ने विपक्ष के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी के पक्ष में मतदान किया.
उन्होंने सवाल किया कि NDA के आंकड़े अनुमान से अधिक कैसे हो गए, जबकि विपक्षी इंडिया गठबंधन के आंकड़े कम रह गए, जबकि कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पहले दावा किया था कि 315 सांसदों ने रेड्डी को समर्थन देने का वादा किया था.
अभिषेक बनर्जी ने लगाया विश्वासघात का आरोप अभिषेक ने विपक्षी खेमे में विश्वासघात की ओर इशारा करते हुए आरोप लगाया, ”गुप्त मतदान होने के कारण यह कहना मुश्किल है कि क्या ‘क्रॉस वोटिंग’ हुई या विपक्षी सदस्यों के वोट खारिज कर दिए गए. अगर मैं ‘क्रॉस वोटिंग’ को स्वीकार भी कर लूं, तो आम आदमी पार्टी (आप) जैसी कुछ पार्टियां हैं, जिसकी एक महिला सांसद खुलेआम भाजपा का समर्थन करती है और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बोलती है. ऐसे दो-चार सांसद हैं.’