मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि सोमवार को एक-दो स्थानों पर वज्रपात हो सकता है। इसके बाद तापमान में बढ़ोतरी और उमस का असर और ज्यादा महसूस होगा।
छत्तीसगढ़ में पिछले दो दिनों से उमस और तापमान में बढ़ोतरी ने लोगों को परेशान कर रखा है। शनिवार को जहां उत्तरी छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों में हल्की बारिश ने राहत दी, वहीं अधिकांश हिस्सों में गर्मी का असर और उमस बनी रही।
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश का औसत तापमान सामान्य से 2 से 4 डिग्री अधिक दर्ज किया जा रहा है। शुक्रवार को राजधानी रायपुर का अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम 25.7 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से क्रमशः 2.4 और 1.3 डिग्री ज्यादा रहा। सुबह के समय हवा में नमी 86 प्रतिशत और शाम को 67 प्रतिशत रही, जिससे उमस की स्थिति और बढ़ गई।
उत्तर अंडमान सागर और म्यांमार तट पर ऊपरी हवा का चक्रीय परिसंचरण बना हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 25 सितंबर को पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब का क्षेत्र विकसित होगा। इसका असर 24 सितंबर तक देखने को मिलेगा और इस दौरान प्रदेश में वर्षा की गतिविधियां बढ़ सकती हैं।
21 सितंबर को रायपुर में आसमान सामान्यतः मेघमय रहेगा और गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। वहीं, सरगुजा और बस्तर संभाग के जिलों में वर्षा के आसार अधिक हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि सोमवार को एक-दो स्थानों पर वज्रपात हो सकता है। इसके बाद तापमान में बढ़ोतरी और उमस का असर और ज्यादा महसूस होगा।