कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का बुधवार को बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में पेसमेकर ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक किया गया. उनके परिवार ने पुष्टि की है कि वह 3 अक्टूबर से काम पर लौट आएंगे. मल्लिकार्जुन खरगे के पुत्र एवं कर्नाटक के ग्रामीण विकास, सूचना प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियांक खरगे ने इस संबंध में एक मीडिया बयान जारी किया है. सोशल मीडिया पर मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा, “खरगे के लिए पेसमेकर ट्रांसप्लांट प्रक्रिया आज सुबह पूरी हो गई. यह एक छोटी और मामूली प्रक्रिया थी, और प्रक्रिया के बाद उनकी हालत स्थिर है.”
उन्होंने कहा, “उनके 3 अक्टूबर से अपना काम फिर से शुरू करने और अपने सभी निर्धारित कार्यक्रमों में शामिल होने की उम्मीद है. सभी की चिंता, समर्थन और स्नेह के लिए हम आभारी हैं.” कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को मंगलवार को बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में पेसमेकर ट्रांसप्लांट प्रक्रिया के लिए भर्ती कराया गया था, उनके पुत्र और कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने बुधवार को इसकी पुष्टि की.
कर्नाटक के ग्रामीण विकास और पंचायत राज तथा सूचना प्रौद्योगिकी/जैविक प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को बुखार, थकान और पैर में दर्द के बाद यह प्रक्रिया करवाने की सलाह दी गई थी. मल्लिकार्जुन खरगे का बेंगलुरु के एमएस रमैया अस्पताल में इलाज चल रहा है. प्रियांक खड़गे ने कहा, “मल्लिकार्जुन खरगे को पेसमेकर लगाने की सलाह दी गई है और उन्हें नियोजित प्रक्रिया के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनकी हालत स्थिर है और वे अच्छी तरह से स्वस्थ हो रहे हैं. आपकी चिंता और शुभकामनाओं के लिए हम आपके आभारी हैं.”
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष से मिलने अस्पताल गए. मुख्यमंत्री ने खरगे के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की. अस्पताल में खरगे से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि खरगे थोड़ी बेचैनी के कारण नियमित जांच के लिए आए थे.