कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को दावा किया कि जिस तरह रिमोट के जरिये टेलीविजन चैनल बदले जाते हैं, उसी तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ”नीतीश कुमार का चैनल” बदलते हैं तथा बिहार के मुख्यमंत्री वही करते हैं जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ये दोनों शीर्ष नेता चाहते हैं।
उन्होंने बिहार के औरंगाबाद में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए यह आरोप भी लगाया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार में बिहार के युवाओं को ”देश का मजदूर” बना दिया गया है।
राहुल गांधी ने एक बार फिर यह दावा किया कि नीतीश कुमार, प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह के इशारे पर काम कर रहे हैं। उनका कहना था, ”बिहार के लोगों को लगता है कि नीतीश जी सरकार है। नीतीश जी का कोई लेनादेना नहीं है। जैसे रिमोट से टीवी का चैनल बदला जाता है। वैसे ही मोदी जी और अमित शाह, नीतीश जी का चैनल बदलते हैं। वो जो चाहते हैं, नीतीश जी वही करते हैं।”
कांग्रेस नेता ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि ”कभी ऐसा समय था जब चीन, जापान और अन्य देशों के छात्र पढ़ाई के लिए बिहार आया करते थे, लेकिन आज बिहार के युवाओं को रोजगार के बजाय पलायन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।” उन्होंने घोषणा की कि ”इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर नालंदा में विश्व स्तर का विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा।”
प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा, ”मोदी जी कहते हैं कि युवा रील्स बनाकर पैसा कमा रहे हैं। सवालिया लहजे में उन्होंने पूछा बताइए, कौन कमा रहा है? उस पैसे से फायदा अडानी और अंबानी को हो रहा है।” उन्होंने कहा कि ”प्रधानमंत्री युवाओं को व्यस्त रखना चाहते हैं ताकि वे सवाल न पूछ सकें। मोदी जी युवाओं को एक नए ‘नशे’ में लगा रहे हैं—जैसे शराब या ड्रग्स का नशा होता है।”



