बिहार में पहले चरण का मतदान पूरा हो चुका है. दूसरे और आखिरी चरण की वोटिंग 11 नवंबर को होनी है. दूसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार जोरों पर है. चुनाव प्रचार के लिए पीएम मोदी आज बिहार के औरंगाबाद पहुंचे.
एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा पीएम मोदी ने आरजेडी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को भी आरजेडी के वादों पर भरोसा नहीं है, इसलिए वह आरजेडी के घोषणापत्र की बात भी नहीं करती. बिहार की जनता और युवाओं ने भी आरजेडी के झूठ के पिटारे को खारिज कर दिया है.
73 साल बाद बिहार में हुई बंपर वोटिंग से बीजेपी वाले इतने खुश क्यों हैं?
ये लोग बच्चों को रंगदार बनाने की बात कर रहे
पीएम मोदी ने आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि जंगलराज वाले पहले से ही बच्चों को रंगदार बनाने की बात कर रहे हैं, वो खुलेआम ऐसा कर रहे हैं. ये लोग खुलेआम ऐलान कर रहे हैं कि ‘अगर भैया की सरकार आई तो कट्टा, दुनाली, फिरौती, रंगदारी, यही सब चलेगा.’ बिहार को कट्टा सरकार नहीं चाहिए, बिहार को कुशासन वाली सरकार नहीं चाहिए.
RJD-कांग्रेस पर पीएम मोदी का हमला
पीएम मोदी ने आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग नौकरी के बदले जमीन लिखवाते थे. हमने बिहार में 60 लाख गरीबों को पक्का आवास दिया. कांग्रेस पर हमलावर पीएम मोदी ने कहा कि आप याद रखिए जब आपने नीतीश कुमार को यहां मौका दिया, उनके कार्यकाल के शुरुआती 9 साल दिल्ली में RJD और कांग्रेस की सरकार थी. दिल्ली में बैठे इन लोगों ने दिन-रात एक ही काम किया. उन्होंने लगातार बिहार के विकास में बाधा डाली और नीतीश कुमार को काम करने से रोका. 2014 में जब बिहार में पहली बार डबल इंजन की सरकार बनी, तो हमने बिहार के विकास के लिए तीन गुना ज़्यादा पैसा दिया.
ये लोग बिहार के युवाओं को नौकरी नहीं दे सकते
जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में बिहार में लाखों भर्तियां हुई हैं,ये भर्तियां पूरी ईमानदारी से की गई हैं. जबकि RJD-कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड आपके सामने है, ये वो लोग हैं जो नौकरी के बदले जमीन अपने नाम करवा लेते हैं, ये खेल खेला गया. कोर्ट ने भी माना और आज ये जमानत पर बाहर हैं. ये जंगलराज के लोग जमानत पर बाहर हैं, ये RJD-कांग्रेस के लोग बिहार के युवाओं को कभी नौकरी नहीं दे सकते.
पहले बूथ लूटे जाते थे, गोलियां चलती थीं
पीएम मोदी ने पहले चरण में हुई बंपर वोटिंग पर कहा कि कल हमने जंगलराज और सुशासन के बीच का अंतर देखा. बिहार के दलित, महादलित, पिछड़े और अति पिछड़े सभी ने बिना किसी रोक-टोक के वोट डाला, जबकि हमने जंगलराज का वो दौर भी देखा है जब बूथ लूटे जाते थे, वोटिंग के दिन गोलियां चलती थीं, खून की नदियां बहाई जाती थीं. जंगलराज के गुर्गे आज भी खूब साजिशें रच रहे हैं, लेकिन मैं चुनाव आयोग को पहले चरण का चुनाव इतने अच्छे ढंग से कराने के लिए बधाई देना चाहता हूं.



