दिल्ली ब्लास्ट के आतंकी मॉड्यूल में शामिल लेडी आतंकी डॉ शाहीन सईद को नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) वीरवार की रात को फरीदाबाद लेकर पहुंची। जहां उसे अल-फलाह यूनिवर्सिटी ले जाया गया।
एजेंसी ने यहां पर उसकी निशानदेही कराई। इससे पहले NIA डॉ. मुजम्मिल शकील को निशानदेही के लेकर आई थी।
रूम नंबर 22 में रहती थी शाहीन
NIA की टीम सबसे पहले डॉक्टर शाहीन सईद को धौज गांव स्थित अल-फला मेडिकल कॉलेज यूनिवर्सिटी लेकर पहुंची। टीम ने उसे उसी हॉस्टल बिल्डिंग में ले जाकर कमरे नंबर 22 में प्रवेश कराया, जहां वह रहती थी। शाहीन से जांच एजेंसी ने सभी प्रकार की जानकारी ली, जैसे कि वह वहां दिनभर क्या करती थी, कौन-कौन उससे मिलने आता था और किन लोगों से उसका नियमित संपर्क था। टीम ने कमरे के हर हिस्से की जांच की और उसके रूटीन से जुड़े कई सवाल पूछे।
इसके बाद NIA ने उसे मेडिकल वार्ड, क्लासरूम और उसके डॉक्टर कैबिन में ले जाकर वहां मौजूद गतिविधियों और उसके संपर्कों की पहचान करवाई। शाहीन सईद किन स्टाफ सदस्यों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों के संपर्क में थी और उनका व्यवहार कैसा था। टीम इन सभी लोगों की सूची तैयार कर आगे की जांच में शामिल कर रही है।
इसके बाद NIA की टीम शाहीन को खोरी जमालपुर लेकर पहुंची, जहां उसका और डॉक्टर मुजाम्मिल का निकाह हुआ था। सूत्र बताते हैं कि मुजाम्मिल ने सिर्फ निकाह के लिए एक 3BHK का कमरा किराए पर लिया था। निकाह समारोह में डॉक्टर उमर सहित लगभग 10-12 लोग मौजूद थे, जिनकी पहचान भी शाहीन ने NIA को बताई है। टीम अब निकाह में शामिल सभी लोगों की भूमिका की जांच कर रही है।
जांच में साफ हुई ये बात
NIA की टीम करीब चार घंटे की तफ्तीश, पूछताछ और कई स्थानों की निशानदेही कराने के बाद उसे दिल्ली ले जाया गया। जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि शाहीन अल-फला मेडिकल यूनिवर्सिटी में रहते हुए आतंकी गतिविधियों में सक्रिय थी और यहां लोगों को जोड़कर एक नेटवर्क तैयार कर रही थी।
इसके बाद NIA की टीम शाहीन को खोरी जमालपुर लेकर पहुंची, जहां उसका और डॉक्टर मुजाम्मिल का निकाह हुआ था।
मुजम्मिल ने कराई निशानदेही, कहां से खरीदा अमोनियम नाइट्रेट?
मुजम्मिल शकील को NIA स्थानीय पुलिस के साथ 24 नवंबर को निशानदेही के लिए फरीदाबाद लेकर पहुंची। टीम ने फरीदाबाद, गुरुग्राम के सोहना और फतेहपुर तगा में करीब 4 घंटे तक अलग-अलग लोकेशन पर उसकी गतिविधियों की पड़ताल की।



