नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया। भाजपा के आंदोलन को महज राजनीतिक नौटंकी करार देते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा के नेता मुद्दाविहीन, विचारविहीन, शब्दविहीन, कार्यकर्ताविहीन हो चुके है। इसलिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में जनहित के काम कर रही सरकार के खिलाफ झूठ प्रोपोगंडा का सहारा ले रही है। स्तरहीन अमर्यादित भाषा का प्रयोग भाजपा की संस्कृति है। झूठ का सहारा लेना और अभद्र भाषा का प्रयोग अब भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा बन चुका है। 15 साल तक 24 घण्टा सातों दिन कमीशनखोरी, भ्रष्टाचार में डूबी रही रमन भाजपा को अब किसानों की चिंता हो रही है, जब जनता ने 15 सीट में लाकर समेट दिया। उन्होंने कहा कि 2100 रुपया धान का समर्थन मूल्य 300 रुपया प्रति क्विंटल प्रतिवर्ष बोनस देने का वादा कर किसानों को 2 साल का बोनस और समर्थन मूल्य नहीं देने वाली भाजपा उस सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रही जो शपथ ग्रहण के दो घण्टे के भीतर राज्य के 16 लाख किसानों का कर्ज माफ की घोषणा करती है। भाजपा शासनकाल में छीनी गई आदिवासियों की जमीन को आदिवासियों को वापस करती है, तेंदूपत्ता का मानक दर 2500 से बढ़कर 4000 रुपया, चरणपादुका खरीदने नगद राशि, 15 से अधिक वनोपज को समर्थन मूल्य तय करती है, प्रत्येक गरीब परिवार को 35 किलो चावल, उच्च क्वालिटी की चना, नमक दे रही है। बिजली बिल की महंगाई का 15 साल तक सामान करने वाली जनता को बिजली बिल हाफ का लाभ दे रही है। युवाओ के शासकीय नौकरियों को बेचकर आउटसोर्सिग कर युवा का अधिकार छीनने वाली भाजपा किस मुंह से युवाओ की बात कर रही है? शिक्षाकर्मियों को संविलियन का वादा कर 15 साल तक समय पर वेतन नही देकर प्रताड़ित करने वाली भाजपा को आज शिक्षाकर्मियों की चिंता हो रही है। जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शिक्षाकर्मियों को उनका अधिकार दे रहे है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा नेताओं में थोड़ी बहुत शर्म बची हुई हो तो मोदी जी से किसानों का दो साल का बोनस मांगे, दो करोड़ प्रतिवर्ष रोजगार में से छत्तीसगढ़ के युवाओ का हक मांगे, छत्तीसगढ़ की खनिज संपदा जिसे भाजपा समर्थित उद्योगपत्तियो को दे चुके है उसे वापस मांगे। भाजपा नेताओं को आंदोलन करने के बजाय आईना के सामने खड़े होकर आत्ममंथन करना चाहिए। भाजपा कार्यकर्ताओं से नजर मिलाने की हिम्मत करना चाहिए, भाजपा के कार्यकर्ता भी 6 महीने की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कामकाज से खुश है क्योंकि उनका भी किसानी का कर्ज माफ हुआ है, उसके घर का भी बिजली बिल हाफ हुआ है। भाजपा को चिंतन करना चाहिए आखिर जनता ने 15 साल की सरकार को 15 सीटों में लाकर क्यों खड़ा कर दिया?