कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मंगलवार देर रात अचानक अमेठी पहुंचीं. यहां प्रियंका ने शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के भिखारीपुर गांव पहुंचकर पुलिस हिरासत में दम तोड़ने वाले राम अवतार के परिजनों से मुलाकात की. प्रियंका गांधी ने मामले की पूरी जानकारी हासिल की. साथ ही मृतक के पिता से बात करते हुए प्रियंका भावुक भी हो गईं. प्रियंका ने मृतक की दादी और बहन को गले लगाकर उन्हें सांत्वना दी. राम अवतार के परिजनों के मुताबिक, पुलिस हिरासत में पिटाई से राम अवतार की मौत हुई लेकिन पुलिस ने अस्पताल में मौत का हवाला दिया. इस दौरान प्रियंका गांधी के सामने पुलिसकर्मी सफाई देते दिखे.
राम अवतार दलित परिवार से था जिसे बीते गुरुवार चोरी के शक में पुलिस ने घर से हिरासत में लिया था. रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार तक उसे स्थानीय थाने में हिरासत में रखा गया. राम अवतार के परिजनों का आरोप है कि थाने में पुलिस ने उसे काफी प्रताड़ित किया. राम अवतार के परिजनों से मिलने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा, ‘यूपी में अराजकता फैली है और हिरासत में मौत के मामले में जिम्मेदार पुलिसकर्मियों को सजा मिलनी चाहिए. कांग्रेस पार्टी पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और उनके साथ जो नाइंसाफी हुई है उसके खिलाफ लड़ाई में आगे भी साथ खड़ी रहेगी.’
इस घटना के बाद थाना इंचार्ज ज्ञानचंद शुक्ला और आउटपोस्ट इंचार्ज धीरेंद्र वर्मा को सस्पेंड कर दिया गया है. इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं. हिरासत में मौत के मामले की विस्तृत जांच के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भिखारीपुर गांव पहुंच गए हैं.