स्कूली छात्रों की महानदी में डूबने से मौत मामले में स्कूल प्रबंधन परिजनों को मुआवजा राशि देने तैयार हो गए हैं. रविवार को भारत माता स्कूल प्रबंधन और परिजनों की बैठक हुई. इसमें तय हुआ कि 16-16 लाख का मुआवजा परिजनों को दिया जाएगा. यह बैठक प्रशासनिक अफसरों की मौजूदगी में हुई. परिजनों और प्रशासन का दबाव बढ़ने पर प्रबंधन मुआवजा देने पर सहमत हुए. प्रशासन ने चेतावनी दी कि अगर भविष्य में इस तरह की लापरवाही हुई तो स्कूल की मान्यता रद्द कर दी जाएगी. वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी घटना पर दुख जताते हुए 4-4 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया था.
बता दें कि शनिवार को भारत माता हायर सेकंडरी स्कूल रायपुर के 170 बच्चे पिकनिक मनाने सिरपुर गए थे. गंधेश्वर महादेव दर्शन के पहले बच्चे महानदी में नहाने चले गए, इस दौरान दो बच्चे गहराई में चले गए. बच्चों को तैरना नहीं आता इसलिए वो महानदी के बहाव में डूब गए. और जब स्कूल स्टॉफ को इसकी जानकरी मिली, तब तक दोनों बच्चे डूब गए थे.
शिक्षकों की सहायता से बच्चों को बाहर निकाला गया. बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुमगांव लाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मृतक अमन शुक्ला पिता प्रदीप शुक्ला (14 वर्ष) कक्षा 9वीं और खुशदीप पिता हरदीप संधू हीरापुर रायपुर का रहने वाला था.
रात को दोनों का शव लेकर एंबुलेंस जब रायपुर पहुंची तो आक्रोशित लोगों ने चक्काजाम कर दिया. लोगों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. स्थानीय रहवासियों समेत छात्रों के परिजनों ने स्कूल के सामने शव वाहन को रोक दिया था. स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नारे लगाये थे.