मोदी सरकार के सामने बांग्लादेश को आखिरकार झुकना पड़ा है। असम और पश्चिम बंगला समेत पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में अवैध रूप से घुस कर रहे बांग्लादेशी नागरिकों को वापस लेने के लिए बांग्लादेश के बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए. के. अब्दुल मोमेन ने कहा है। उन्होंने कहा है कि उनके देश ने भारत से अनुरोध किया कि अगर उसके पास वहां अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की सूची मुहैया कराए। उन्होंने कहा कि भारत सूची मुहैया कराता है तो उन नागरिकों को वापस ले लिया जाएगा। गौरतलब है कि भारत की राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) पर एक सवाल के जवाब में मोमेन ने कहा कि बांग्लादेश-भारत के संबंध सामान्य और काफी अच्छे हैं और इन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
हालांकि बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने व्यस्त कार्यक्रम का हवाला देते हुए पिछले सप्ताह भारत की अपनी यात्रा रद्द कर दी थी। उन्होंने भारत ने एनआरसी प्रक्रिया को अपना आंतरिक मामला बताया है और ढाका को आश्वस्त किया कि इससे बांग्लादेश पर असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ भारतीय नागरिक आर्थिक वजहों से बिचौलिए के जरिए अवैध रूप से बांग्लादेश में घुस रहे हैं।
मोमेन ने कहा कि बांग्लादेश ने नई दिल्ली से अनुरोध किया है कि अगर उसके पास भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों की कोई सूची है तो उन्हें मुहैया कराए। उन्होंने कहा, ‘हम बांग्लादेशी नागरिकों को वापस आने की अनुमति देंगे क्योंकि उनके पास अपने देश में प्रवेश करने का अधिकार है।’यह पूछे जाने पर कि उन्होंने भारत की यात्रा रद्द क्यों कर दी, इस पर मोमेन ने कहा कि व्यस्त कार्यक्रम और विदेश मामलों के राज्य मंत्री शहरयार आलम और देश में मंत्रालय के सचिव की अनुपस्थिति के कारण उन्होंने यात्रा रद्द कर दी।