रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना वैैैक्सीनेशन के तीसरे दिन आज डाॅ भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय के आईसीयू के प्रमुख डाॅ ओ पी सुंदरानी और पल्मोनरी मेडिसिन के प्रमुख चिकित्सक डॉ आर के पांडा ने आज कोरोना का वैक्सीन लगवाया । दोनों चिकित्सक स्वस्थ हैं और टीका लगाने के बाद वापस अस्पताल कार्य पर आ गए। दोनों ने चिकित्सा कर्मियों से आग्रह किया कि वे अवश्य टीका लगवाएं क्योंकि यह पूरी तरह सुरक्षित है और आम जनता के सामने मिसाल रखें।
छत्तीसगढ़ मे कोरोना की दस्तक के साथ ही दोनों डाॅक्टर लगातार बिना रूके कोरोना मरीजों के इलाज में मेकाहारा के अन्य चिकित्सकों और स्टाफ के साथ जुटे रहे। इसके अलावा रिफरल केन्द्र होने के कारण प्रदेश के अन्य अस्पतालों के चिकित्सकों को भी मार्गदर्शन देते रहे। चिकित्सकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण भी दिया ।
मरीजों की सेवा करने और उनके ठीक होकर घर जाने पर उन्हें, मरीजों के परिजनों के बराबर ही खुशी होती थी। डाॅ सुंदरानी ने कहा कि कोरोना काल के दौरान उन्होंने कोई अवकाश नहीं लिया। डाॅ पांडा ने कहा कि त्योहारों में भी वे ड्यूटी करते रहे ताकि मरीज स्वस्थ हो सकें । इसी से उन्हे अत्यंत खुशी मिलती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन लगाने के बाद भी सभी को कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन करना मास्क लगाना ,सुरक्षित दूरी रखना और हाइजिन का ध्यान रखना होगा और वे रख भी रहे हैं। चिकित्सकों के अनुसार वैक्सीन की दूसरी डोज के 14 दिन के बाद ही शरीर में प्रतिरक्षात्मक तंत्र विकसित होता है।
विशेषज्ञ अभी भी इसलिए कह रहे हैं कि संक्रमण कम होने का अर्थ यह नहीं है कि यह और नही फैल सकता। सबको सचेत रहने की जरूरत है अभी भी ,तभी कोरोना के संक्रमण से बच सकते हैं। प्रदेश में कोरोना वैैक्सीनेशन मंगलवार,शुक्रवार और रविवार को छोड़कर बाकी सभी दिन प्रातः 9 बजे से शाम 5 बजे तक पूर्व निर्धारित सेशन साइट में होगा।