कलेक्टर श्री चन्दन कुमान ने आज समय-सीमा की बैठक लेकर उचित मूल्य दूकानों का आबंटन, भारतमाला परियोजना अंतर्गत भूमि अधिग्रहण हेतु सर्वे, कोरोना से बचाव हेतु टीकाकरण, आयुष्मान कार्ड बनाने हेतु शिविरों का आयोजन, अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र बनाने, नगरीय क्षेत्रों में अतिक्रमित शासकीय भूमि का व्यवस्थापन, नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना, जल जीवन मिशन, आंगनबाड़ी केन्द्रों का भवन निर्माण इत्यादि की गहन समीक्षा किया एवं अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
शासकीय उचित मूल्य दुकानों के संचालन की समीक्षा करते हुए कलेक्टर श्री चन्दन कुमार ने कहा कि उचित मूल्य दुकानो का आंबटन नियमानुसार किया जाय। खाद्य अधिकारी ने बताया कि एक समूह द्वारा अधिकतम तीन उचित मूल्य की दुकानों का ही संचालन किया जा सकता है। कलेक्टर ने सभी एसडीएम एवं खाद्य अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि एक समूह द्वारा तीन से अधिक उचित मूल्य दुकानों का संचालन किये जाने की स्थिति में ऐसे दुकानो को अन्य समूह को आबंटित किया जावे। उन्होंने सभी एसडीएम, तहसीलदार को उचित मूल्य दुकानों, स्वास्थ्य केन्द्रों, आंगनबाड़ी केन्द्रों इत्यादि का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश भी दिये है।
60 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के वरिष्ठ नागरिकों तथा 45 से 59 आयु वर्ग के को-मार्बिट व्यक्तियों का कोविड-19 टीकाकरण हेतु लोंगो को प्रोत्साहित करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि ग्रामीणा क्षेत्रों में रूटचार्ट बनाकन ग्राम पंचायत के सहयोग तथा शहरी क्षेत्रों मे पार्षदों की बैठक लेकर टीकाकरण हेतु लोंगो को प्रोत्साहित कर टीकाकरण केन्द्रो तक लाया जावे। टीकाकरण कार्य एवं आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य में तेजी लाने के लिए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को दुर्गूकोंदल में ग्राम पंचायत सचिवों की बैठक लेने के लिए निर्देशित किया। इसी प्रकार जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी को कोयलीबेड़ा में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की बैठक लेने के लिए निर्देशित किया गया है। जिन व्यक्तियों का प्रथम चरण में जिनका टीकाकरण हो चुका है, उनका 28 दिन बाद दूसरे डोज का टीकाकरण करने के निर्देश भी दिये गये है।
समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर श्री चन्दन कुमार ने अनुकंपा नियुक्ति के लंबित प्रकरणों, अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र बनवाने, नगरीय क्षेत्रों में अतिक्रमित शासकीय भूमि का व्यवस्थापन, डायवर्सन प्रकरणों का निराकरण, नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी, नक्सल प्रभावित परिवारों का सर्वे, गोधन न्याय योजना अंतर्गत गोबर की खरीदी एवं उससे वर्मीकंपोस्ट का निर्माण इत्यादि की भी गहन समीक्षा किया एवं अधिकारियो को आवश्यक निर्देश दिये। गौठानों मे आगामी जुलाई माह से चारागाह विकास के लिए कार्य योजना बनाने हेतु पशुधन विकास विभाग के उप संचालक को निर्देशित किया गया। किसानों से वर्मीकंपोस्ट की मांग प्राप्त करने हेतु सहकारी समितियों के जनरलबाडी की बैठक आयोजित करने के लिए उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं एवं केन्द्रीय सहकारी विभाग के नोडल अधिकारी और कृषि विभाग के उप संचालक को निर्देशित किया गया है। आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए भवन निर्माण के प्रगति की समीक्षा भी उनके द्वारा की गई एवं कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये गये। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. संजय कन्नौजे, अपर कलेक्टर सुरेन्द्र प्रसाद वैद्य सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी, एसडीएम, तहसीलदार, जनपद सीईओ और नगरीय निकायों के अधिकारी मौजूद थे।