पश्चिम बंगाल (West Bengal Assembly Election 2021:)में सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस इस बार और लुभावना घोषणा पत्र लाने का दबाव है. दो बार से सत्ता विरोधी लहर और भारतीय जनता पार्टी से मिल रही कड़ी टक्कर ने टीएमसी पर दबाव बना दिया है. भाजपा के हिंदुत्व कार्ड का मुकाबला करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रयासों के तहत घोषणा पत्र जारी करने के लिए महाशिवरात्रि का दिन चुना है. माना जा रहा है कि टीएमसी घोषणापत्र में में 10 खास वादे करेगी.
प्रशांत किशोर पहले ही कुछ राज्यों के साथ ऐसा कर चुके हैं. पंजाब, आंध्र प्रदेश और बिहार इसके उदाहरण है. जैसे बिहार में
नीतीश के सात निश्चय, पंजाब में कैप्टन के नौ नुख्ते, आंध्र में जगन के नौ रत्नालू और स्टालिन के सात वादे उदाहरण है.
राशन की मुफ्त डिलीवरी का वादा!
दावा है कि TMC राशन की मुफ्त डिलीवरी का वादा कर सकती है. साथ ही सूत्रों का कहना है कि इसके तहत हर महीने दरवाजे पर मुफ्त राशन वितरण किया जाएगी ताकि लोगों को राशन की दुकानों पर जाने की जरूरत न पड़े. इससे बिचौलियों का सफाया होगा और वितरण को बढ़ावा मिलेगा.
घोषणा पत्र का फोकस स्वास्थ्य, महिलाओं और नौकरियों पर भी होने की उम्मीद है. इस हफ्ते के आखिरी तक भाजपा के घोषणापत्र की उम्मीद की जा रही है और वहां भी केंद्र की प्रमुख योजना की छाप इसके विज़न डॉक्यूमेंट में देखी जा सकती है.
भाजपा बंगाल के लिए उत्सुक
भाजपा और टीएमसी राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले ही एक दूसरे का मुकाबला कर रहे हैं. भाजपा, बंगाल की सत्ता के लिए उत्सुक है. ऐसा माना जा रहा है कि बनर्जी कुछ हमलों के चलते बैक फुट पर हैं लेकिन उनका दावा है कि मतदाता भाजपा को करारा जवाब देंगे.
मुख्यमंत्री ने अपने पूर्व विश्वासपात्र सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ में नंदीग्राम से चुनाव लड़ रही हैं. 50 वर्षीय अधिकारी के लिए यह चुनाव राजनीतिक अस्तित्व की लड़ाई है. उन्होंने दावा किया है कि अगर वह बनर्जी को नहीं हरा पाये तो राजनीति छोड़ देंगे.