देश में कोरोना महामारी (Covid-19 Pandemic) से सबसे ज्यादा प्रभावित रहे महाराष्ट्र (Maharashtra) पर एक बार फिर लॉकडाउन (Lockdown) का खतरा मंडराने लगा है. गुरुवार को राज्य में कोरोना के रिकॉर्ड 14317 नए मामले सामने आए. सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा है कि वह अगले 2-3 दिनों में राज्य के कुछ इलाके में लॉकडाउन लगाने पर फैसला कर सकते हैं.
बता दें कि देश में कोरोना वायरस फिर से डराने लगा है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों में 23,285 हजार नए कोरोना केस आए और 117 लोगों की जान चली गई है. हालांकि 15,157 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं. इससे
पहले बुधवार को 22,854 कोरोना केस दर्ज किए गए थे. गुरुवार को आए कुल मरीजों में 70 फीसदी मरीज अकेले महाराष्ट्र में मिले हैं.
महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों से जुड़ी 10 जानकारी :-
केंद्र सरकार की ओर से महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई गई है. केंद्र सरकार ने कहा है कि देश में एक बार फिर जिस तरह से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं वह हमें लॉकडाउन की ओर ले जा रहे हैं. दिल्ली, गुड़गांव, फरीदाबाद, गौतम बुद्ध नगर और गाजियाबाद में तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने लोगों से सावधान और सतर्क रहने की अपील की है. उन्होंने कहा कि हमारे देश में एक बड़ी संख्या है जिसे कोरोना का खतरा है.
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के संक्रमण के खिलाफ अब तक 21.25 लाख लोगों को टीका लगाया जा चुका है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक महाराष्ट्र के एक हॉस्टल के 47 छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं जबकि कुछ दिन पहले 44 छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि पुणे में कोरोना संक्रमण के मामले सबसे तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. नए मामलों के साथ पुणे सबसे ऊपर है, वहीं नागपुर, ठाणे, मुंबई, अमरावती, जलगांव, नासिक और औरंगाबाद में भी कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं.
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के डायरेक्टर जनरल, बलराम भार्गव ने कहा कि हालांकि महाराष्ट्र कोरोना की स्थिति चिंताजनक है लेकिन राज्य में बढ़ते मामलों में SARS-COV-2 का केस अभी नहीं दिखा है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों का कारण कोरोना टेस्ट में कमी होना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करना और ज्यादा से ज्यादा संख्या में भीड़ इकट्ठा करना है.
महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने टीकाकरण अभियान को एक बार फिर से तेज करने की योजना तैयार की है.उद्धव ठाकरे सरकार की ओर से राज्य में टीकाकरण केंद्रों को चौबीसों घंटे संचालित करने की अनुमति दी गई है.
मुंबई ने निजी अस्पतालों में काम करने वाले कर्मचारियों को तय समय से ज्यादा काम करने के लिए कहा गया है. सरकार की ओर से निजी अस्पतालों को हर दिन 1 लाख लोगों को वैक्सीनेशन करने का लक्ष्य दिया गया है.
महाराष्ट्र में अब तक 22 लाख 52 हजार 57 लोगों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है जबकि 52,610 लोगों की मौत कोरोना के चलते हो चुकी है. महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण तेजी से आगे बढ़ रहा है. पिछले सप्ताह देश भर से मिली कोरोना रिपोर्ट को देखें तो 1,28,599 नए कोरोना केस सामने आए हैं जिसमें से 57% केस अकेले महाराष्ट्र से हैं.
महाराष्ट्र के जलना जिले के दो स्वास्थ्य अधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं जबकि इन दोनों स्वास्थ्य अधिकारियों को कुछ दिन पहले ही कोरोना की दूसरी डोज दी गई थी, हालांकि इन दोनों में कोरोना के काफी हल्के लक्षण देखने को मिले.
महाराष्ट्र में कोरोना पर काबू करने के लिए सख्ती से नियमों का पालन कराया जाने लगा है. पुणे में जहां नाइड कर्फ्यू लगा दिया गया है वहीं नागपुर में लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है. इसी तरह औरंगाबाद, पालघर, ठाणे, अकोला, अमरावती के जिला कलेक्टरों को कोरोना केस देखते हुए नियम लागू करने की छूट दे दी गई है.
बुधवार को महाराष्ट्र में 13,659 नए कोरेाना केस देखने को मिले. 8 अक्टूबर 2020 के बाद से ये अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. अक्टूबर में को दर्ज किए गए 13,395 मामले दर्ज किए गए थे. महाराष्ट्र में अब तक 22,52,057 मामले सामने आ चुके हैं और इस दौरान 52,610 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना संक्रमण और मौत के मामलों में महाराष्ट्र पूरे देश में सबसे टॉप पर है.