दुनिया बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मद्देनजर शनिवार को नेपाल सीमा पर सख्ती बढ़ा दी गई है. नेपाली नागरिकों को विषम परिस्थितियों में ही जांच-पड़ताल के बाद सीमा पार करने की अनुमति दी जा रही है. वहीं भारत से नेपाल जाने वालों को कोरोना जांच के बाद प्रवेश मिल रहा है. सीमावर्ती क्षेत्र के भारतीयों को सिर्फ भैरहवा तक जाने की अनुमति दी गई है. लेकिन इसके लिए 72 घंटे अंदर की कोरोना जांच रिपोर्ट अनिवार्य है.
कोरोना संक्रमण के कारण लगभग दस माह तक सीमा को सील किया गया था. आवाजाही पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा था. दो माह पूर्व पैदल आने-जाने की छूट नागरिकों को मिली है. नेपाल
के लोग आवश्यक वस्तुओं की खरीद करने भारतीय हॉट बाजारों में आने लगे हैं. कोयलाबास सीमा से निकलकर भारी संख्या में नेपाली बालापुर बाजार में सामान खरीदने लगे थे. हालांकि उन्हें जांच-पड़ताल के बाद ही आने की छूट होती थी. इधर कोरोना संक्रमण का प्रकोप बढ़ने पर सीमा पर सख्ती बढ़ा दी गई है. बरहवा, सुकली, अड़बड़वा, खंगरा, वैरहवा व सिरिया नाका पर एसएसबी ने चौकसी बढ़ा दी है.
आने-जाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है. बार्डर की चौकियों पर तैनात एसएसबी जवान विषम परिस्थितियों में ही जान-पहचान वाले नेपालियों को ही सीमा पार करने की छूट देते हैं. नौवी वाहिनी सिरिया नाका के सूचना प्रभारी धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि आवागमन बहाल होने की अनुमति नहीं है. बीमार व्यक्तियों को इलाज के लिए जांच-पड़ताल के बाद आने दिया जाता है. नौवी वाहिनी जरवा के मेजर लामा श्रिंग ने बताया कि सीमा पार जाने पर नेपाल में कोरोना की जांच कराई जा रही है. हालांकि कोरोना के संबंध में अभी सरकार को कोई नया आदेश नहीं आया है.