केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के नक्सली हमले में घायल जवानों से रायपुर के अस्पताल में मुलाकात की. इससे पहले उन्होंने राज्य में शनिवार को नक्सली हमले में मारे गए 22 जवानों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि सरकार नक्सलियों द्वारा पैदा की गई अशांति के खिलाफ मौजूदा लड़ाई को तार्किक अंजाम तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है.
शाह ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का सामना करते वक्त शहीद हुए बहादुर सुरक्षाकर्मियों को जगदलपुर में श्रद्धांजलि अर्पित की. देश आपके शौर्य और बलिदान को कभी भुला नहीं पाएगा. पूरा देश शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ा है. अशांति के विरुद्ध इस लड़ाई को हम तार्किक अंजाम तक ले जाने के लिए संकल्पित हैं.’’
अधिकारियों ने रविवार को बताया था कि नक्सलियों के घात लगाकर किए गए हमले में 30 सुरक्षा कर्मी घायल हो गए थे और उन्हें राज्य के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. दिल्ली से छत्तीसगढ़ के जगदलपुर शहर आने के बाद शाह ने यहां पुलिस लाइन में जवानों को श्रद्धांजलि दी. यहां पर 14 जवानों के पार्थिव शरीर तिरंगे में लपेटकर ताबूत में रखे गए थे. शाह के अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अन्य विशिष्टजनों ने ताबूत पर पुष्प चक्र चढ़ाए.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर शनिवार को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बल के 22 जवान मारे गए थे तथा 31 अन्य जवान घायल हुए हैं. शहीद हुए 22 कर्मियों में सात कोबरा बटालियन के सात कमांडो समेत सात जवान और बस्तरिया बटालियन का एक जवान शामिल है. आठ अन्य जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) से और छह विशेष कार्य बल (एसटीएफ) से है. अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ का एक इंस्पेक्टर अब भी लापता है.