मशहूर नृत्य निर्देशिका सरोज खान के निधन को आज पूरा एक साल हो गया है. फिल्म निर्माता भूषण कुमार ने अपने बैनर ‘टी-सीरीज’ तले सरोज खान के जीवन पर फिल्म बनाने का ऐलान किया है.
मुंबई: मशहूर नृत्य निर्देशिका सरोज खान के निधन को आज एक वर्ष पूरा हो गया है. ऐसे में फिल्म निर्माता भूषण कुमार ने अपने बैनर ‘टी-सीरीज’ तले उनके जीवन पर फिल्म बनाने की घोषणा की है.
सरोज खान (71) का पिछले वर्ष आज ही के दिन निधन हो गया था. चार दशक के अपने करियर में खान ने 3,500 से अधिक गानों में नृत्य निर्देशन किया. माधुरी दीक्षित अभिनीत ‘तेजाब’ फिल्म के गाने ‘एक दो तीन’, बेटा फिल्म के ‘धक धक करने लगा’ ,संजय लीला भंसाली की फिल्म देवदास के ‘डोला रे डोला’ आदि न जाने कितने बेशुमार गानों में उनके नृत्य निर्देशन को लोगों ने सराहा. खान को तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्रदान किया गया था.
फिल्मों की उनकी यात्रा सुनहरे पर्दे पर दिखाए जाने की हकदार है- कुमार
फिल्म जगत में सरोज खान के योगदान को स्वीकार करते हुए कुमार ने कहा कि फिल्मों की उनकी यात्रा सुनहरे पर्दे पर दिखाए जाने की हकदार है. कुमार ने एक बयान में कहा, ”अभिनेताओं को सरोज जी द्वारा निर्देशित नृत्य करते हुए देख जनता मंत्रमुग्ध हो जाती थी. उन्होंने हिन्दी सिनेमा में नृत्य निर्देशन के क्षेत्र में क्रांति ला दी. उनके नृत्य के तरीके में एक कहानी होती थी जिससे प्रत्येक फिल्मकार को मदद मिलती थी. उनके नृत्य को देखने के लिए जनता सिनेमाघरों में खिंची चली आती थी.”
बयान में आगे कहा गया, ”सरोज जी की यह यात्रा तब शुरू हुई जब वह महज तीन वर्ष की थीं. जीवन में अनेक उतार-चढ़ाव, और फिल्म जगत में उन्हें जो सफलता मिली, जो सम्मान मिला उसे सामने लाया जाना चाहिए.” उन्होंने कहा कि खान की बेटी सुकैना खान और बेटे राजू खान ने फिल्म को ले कर जो समर्थन उन्हें दिया है, उसके वह आभारी हैं.
मां ने अपनी जिंदगी नृत्य को समर्पित की- राजू खान
राजू खान भी नृत्य निर्देशक हैं और कहते हैं कि अपनी मां के जीवन पर फिल्म बनने से वह बेहद रोमांचित हैं. उन्होंने कहा, ”मेरी मां को नृत्य करना पसंद था और हम सबने देखा है कि कैसे उन्होंने अपनी जिंदगी इसे समर्पित कर दी. मुझे प्रसन्नता है कि मैं उनके पदचिह्नों पर चल रहा हूं. फिल्म जगत में मेरी मां को सभी प्यार करते थे और सम्मान देते थे और ये हमारे लिए, उनके परिवार के लिए सम्मान की बात है कि अब दुनिया उनकी कहानी देखेगी. मुझे प्रसन्नता है कि भूषणजी ने उनके जीवन पर फिल्म बनाने का निर्णय लिया है.”