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उबला चावल खाकर गुजारा करने वाली 14 साल की चंचला कुमारी ने रचा इतिहास, हंगरी में जूनियर वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में दिखाएंगी दम

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झारखंड की 14 साल की चंचला कुमारी कभी उबला हुआ चावल खाकर अपना गुजारा करती थी। लेकिन अब वह बुडापेस्ट के हंगरी में 19 से 25 जुलाई तक आयोजित होने वाले सब जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप 2021 के लिए अपना दमखम दिखाने के लिए तैयार है। सब जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप 2021 के लिए भारतीय कुश्ती टीम में झारखंड की महिला पहलवान चंचला का चयन हुआ है। झारखंड के कोच बब्लू कुमार ने चंचला के प्रदर्शन और जज्बे की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि अधिकतर पहलवान हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र और पंजाब से आते हैं। यहां तक कि टोक्यो ओलंपिक खेलों में भी हरियाणा से ही अधिकतर पहलवान हैं। लेकिन चंचला ने अब इस अवधारणा और स्थिति को बदल दिया है। उन्होंने सब जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप 2021 के लिए क्वालीफाई करके झारखंड को भी भारत के कुश्ती नक्शे पर ला दिया है। कोच ने कहा, ‘ सन 2000 में झारखंड की स्थापना हुई थी, तब से हमारे राज्य में कोई भी रेसलिंग चैम्पियन नहीं था।’

हालांकि चचंला के लिए यहां तक पहुंचना कभी आसान नहीं था। राजधानी रांची से करीब 30 किलोमीटर दूर हटवाल गांव की रहने वाली चंचला गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण उन्हें कई बार उबला हुआ चावल खाकर ही गुजारा करना पड़ता था। हालांकि चंचला की किस्मत तब बदली जब झारखंड स्टेट स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएसपीएस), जोकि राज्य सरकार की एक योजना है, जो ग्रामीण क्षेत्रों से खेल प्रतिभाओं की पहचान करती है, ने उनकी प्रतिभा को परखा।

बब्लू ने कहा, ​’ 2016 में हमने कई बच्चों का टेस्ट किया और उनकी क्षमता तथा खेल के प्रति झुकाव की पहचान करने के लिए छह महीने तक उन्हें फिजिकल ट्रेनिंग दिया। चंचला तब 11 साल की थी जब वह अपनी मां के साथ ट्रेनिंग के लिए आई थी।’ उन्होंने कहा कि चंचला ने कुश्ती में अपनी क्षमता दिखाई और कुछ साल ट्रेनिंग ली। अपनी कड़ी मेहनत और प्रयासों से उन्होंने 2017-18 में स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया में सिल्वर मेडल जीता। इसके बाद 2019 और 2020 में दो गोल्ड मेडल जीता, जिससे उन्हें अंडर-15 में टॉप रैंक मिला। इसके अलावा उन्होंने 2019-20 में अंडर-15 में नेशनल लेवल पर कांस्य पदक और 2020-21 सब जूनियर नेशनल में कांस्य पदक अपने नाम​ किया।

चंचला ने जून में दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में भारतीय कुश्ती महासंघ द्वारा आयोजित चयन ट्रायल में जीत हासिल कर सब जूनियर विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया है। उन्होंने कोच बब्लू के अलावा भोलानाथ सिंह और राजीव राजन से भी ट्रेनिंग हासिल की है।

चंचला कहती हैं, ‘मुझे कुश्ती के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। मैंने ट्रेनिंग के दौरान इसे सीखा। लड़के और लड़कियों ने आपस में कुश्ती लड़ी, जिससे हमें अपने डर को दूर करने और अपने आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद मिली। अब मेरा ध्यान आगामी इंटरनेशनल टूर्नामेंटों में अपना बेस्ट प्रदर्शन करने पर है। मुझे उम्मीद है कि मैं अपने परिवार के समर्थन से भारत को गौरवान्वित करने में सफल रहूंगी।’