इटावा। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में सपा प्रत्याशी के साथ अभद्रता की घटना की निंदा करते हुए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने अपने भतीजे एवं समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव को नसीहत देते हुए कहा कि प्रदेश भर में प्रदर्शन करने के बजाय वह लखनऊ में समाजवाद के जनक जयप्रकाश नारायण तथा अन्ना हजारे की भांति आंदोलन की शुरूआत करें।
श्री यादव ने बसरेहर मे पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि 2022 में जो सरकार बनेगी, उसकी चाबी प्रसपा के पास ही रहेगी। हमारे बिना कोई सरकार नहीं बना पाएगा। उन्होंने किसी दल का नाम लिए बगैर कहा कि हमारा गठबंधन किसी बड़े दल से जल्द होगा। अपनी कर्मस्थली जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र में तीन निर्विरोध तथा एक मतदान से चारों ब्लाक प्रमुख बनने पर कहा कि प्रसपा को क्षेत्र जनता ने अपार समर्थन दिया है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में फेसबुक, ट्विटर भी जरूरी है लेकिन चुनाव जीतने के लिए धरातल पर जनसंपर्क भी बेहद जरूरी है। चुनाव की रणनीति मतदाताओं की इच्छा के अनुरूप बनाई जाती है तभी सफलता मिलती है। ब्लाक प्रमुख चुनाव में प्रदेश में कई जगह हुई हिंसा को लेकर कहा कि सरकार अपने ही लोगों पर अंकुश लगाने में विफल रही जिससे अराजकता प्रकट हुई। इस गुंडागर्दी पर तत्काल प्रभाव से अंकुश लगना चाहिए अन्यथा हालात काफी भयावह होंगे।
शिवपाल सिंह यादव और अखिलेश यादव के बीच चल रहा शीत युद्ध लगातार जारी है। पिछले दिनों अखिलेश ने चाचा शिवपाल के लिए केवल जसवंतनगर सीट देने की बात कही है। इससे शिवपाल और उनके समर्थक खासे नाराज दिखाई दे रहे हैं। इसके इतर शिवपाल बोल चुके हैं कि उनकी पार्टी पूरे प्रदेश की 403 विधानसभा सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे लेकिन उनके समर्थकों का मत है कि अखिलेश और शिवपाल मिल कर यूपी विधानसभा का चुनाव लड़े तभी भाजपा को हरा पाएंगे।