कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का खतरा अब तक समाप्त नहीं हुआ है लेकिन बाजारों से गार्डन तक पब्लिक की बेतहाशा उमड़ रही भीड़ तीसरी लहर को दावत दे रही है। बगैर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी लोग भूल गए हैं। बच्चे भी बगैर मास्क ही परिजनों के साथ घूमते नजर आते हैं जबकि माना जा रहा है कि तीसरी लहर में सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को ही है।
बाजारों में दुकान से गार्डन और सड़क तक लोग एक-दूसरे से सटकर बैठ रहे हैं व पैदल चल रहे हैं। दुकानों से सेनेटाइजर और रस्सी का घेरा भी गायब है। ये हाल सिर्फ बाजारों में नहीं बल्कि आउटर की दुकानों से सड़कों तक का भी है। अधिकांश लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं जो लगा रहे हैं वे सिर्फ पुलिस से बचने के लिए खानापूर्ति कर रहे हैं। हालात यही रहे तो तीसरी लहर की चपेट में छत्तीसगढ़ की राजधानी को आने से रोकना बेहद कठिन होगा।
यहां दिनभर टूट रहा कोरोना प्रोटोकाॅल
हरिभूमि टीम ने रविवार को गोलबाजार, सदरबाजार, शास्त्री मार्केट, मालवीय रोड, पंडरी कपड़ा मार्केट से डूमरतराई बाजार तक जायजा लिया। दोपहर 12 बजे के बाद सभी बाजारों की सड़कें ठसाठस मिलीं। राशन, कपड़े, मिठाई, फल से लेकर जूता-चप्पल की दुकानों पर ग्राहकों की खासी भीड़ थी। यही नहीं बाजारों की सड़कों पर वाहनों का रेला भी लगा था। करीब 80 फीसदी ग्राहकों के चेहरे से मास्क गायब था या फिर सिर्फ पुलिस व नगर निगम टीम की जांच से बचने के लिए कुछेक ने लगाए थे। वहीं बूढ़ातालाब स्थित गार्डन में करीब 150 लोग परिवार-बच्चों के साथ बगैर मास्क और एक-दूसरे से सटकर बैठे व खेलते दिखे।
रविवारीय बाजार में भी खचाखच भीड़
मौदहापारा रविवारीय बाजार में ग्राहकों की खचाखच भीड़ थी। सुबह 7 बजे से ही जयस्तंभ चौक से नहरपारा चौक तक कपड़े, जूते से लेकर तमाम सामानों की दुकानें सज गई थीं। सुबह 8 बजे के बाद बाजार में इतनी भीड़ हो गई कि पैदल गुजरना मुश्किल था। सामाजिक दूरी और मास्क लगाने के नियमों की बाजार में धज्जियां उड़ती दिखीं।
सब्जी बाजार में भी लापरवाही
शहर के प्रमुख सब्जी बाजार शास्त्री मार्केट, डूमरतराई, भाठागांव, टिकरापारा, पुरानीबस्ती में कोरोना प्रोटोकाॅल रविवार को टूटता दिखा। सब्जी बाजार रविवार तड़के सज गया था। सुबह से ही ग्राहकों की भीड़ जमा हो गई थी। सुबह 9 बजे तक मार्केट में पैर रखने की जगह नहीं थी। वहीं गल्ला थोक मार्केट रामसागरपारा, डूमरतराई, गुढ़ियारी, खमतराई और गोलबाजार की गल्ला दुकानें रविवार को ग्राहकों से खचखच भरी थीं।
बाजार और गार्डन की आंखों देखी
केस 1- रविवार दोपहर 1 बजे। मालवीय रोड पर सड़क से दुकान तक सैकड़ों ग्राहक मौजूद थे। 70 फीसदी के चेहरे से मास्क गायब थे। ग्राहक एक-दूसरे से सटकर खड़े थे। केस 2- रविवार शाम 6 बजे। बूढ़ातालाब गार्डन में करीब 150 लोग थे। इनमें महिला-पुरुष और उनके साथ बच्चे थे। अधिकांश के चेहरे पर मास्क नहीं था। सिर्फ कुछेक लोगों ने दिखावे के लिए मास्क लगा रखे थे। बगैर मास्क बच्चे झूला झूल रहे थे।
इन नियमों का पालन जरूरी
मार्केट की सभी दुकानों पर सेनेटाइजर रखना अनिवार्य, दुकानदार, ग्राहक और उनके स्टॉफ को मास्क लगाना अनिवार्य, दुकानदार और ग्राहकों काे दो गज की दूरी बनाए रखना जरूरी, बगैर मास्क आने वाले ग्राहकों के लिए दुकान पर मास्क, दुकान के बाहर रस्सी का घेरा बनाकर बारी-बारी से प्रवेश, तीसरी लहर को दावत, कोविड प्रोटोकॉल ध्वस्त, बाजारों में भीड़ ही भीड़।