देश में इन दिनों बारिश और बाढ़ ने तवाही मचा दी है। महाराष्ट्र, दिल्ली, हिमाचल, पश्चिम बंगाल में भारी बारिश से कई क्षेत्रों में जल जमाव हो गया है। वहीं लगातार मूसलाधार बारिश से कहीं लैंडस्लाइड तो कहीं बाढ़ आ रही है। जिससे कई लोगों के घर ढह गए हैं, इसके अलावा कई शहरों के हाल बेहाल हैं।दिल्ली में फिर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मॉनसून सीजन में अब तक 87 प्रतिशत अधिक बारिश राजधानी में हो चुकी है। जून और जुलाई के दौरान अब तक राजधानी में 489.3 एमएम बारिश हो चुकी है।
हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग जगहों किन्नौर, लाहौल स्पीति, चंबा, शिमला जिलों में भारी बारिश की वजह से आई प्राकृतिक आपदा से तबाही मची है और बाढ़ और भूस्खलन का कहर जारी है। वहीं पश्चिम बंगाल में बारिश से संबंधित घटनाओं में 6 लोगों की मौत हो गई। रघुनाथगंज में भारी बारिश की वजह से मिट्टी के 10 घर क्षतिग्रस्त हो गए।
राजस्थान के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी
उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में बारिश संबंधी घटनाओं में नौ लोगों की मौत हो गई और पिछले दो दिनों से इन क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश की वजह से वहां सामान्य जिंदगी पटरी से उतर गई है। उत्तर भारत के कई हिस्सों में भी भारी बारिश हो रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राजस्थान के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी कर राज्य के कई जिलों में अत्यंत भारी बारिश का अनुमान लगाया है। वहीं मध्य प्रदेश के लगभग आधे हिस्से में भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए विभाग ने ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है, जहां अब तक औसत से तीन फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है। दिल्ली के लिए भी ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया गया है। मौसम वैज्ञानिक ने शनिवार को मध्यम बारिश और निचले इलाक़ों में जलजमाव की आशंका जाहिर की है। वहीं दिल्ली प्रशासन ने शुक्रवार को बाढ़ का अलर्ट जारी किया और यमुना के मैदानी इलाके में रह रहे लोगों से स्थान खाली कराने के प्रयास तेज कर दिए। राजधानी में यमुना के डूब वाले इलाकों में भारी बारिश के बीच जलस्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया है।
हिमाचल में बादल फटने से तवाही
हिमाचल प्रदेश के लाहौल -स्पीति में इस सप्ताह के प्रांरभ में बादल फटने और भारी बारिश के बाद जगह-जगह भूस्खलन होने से 200 से अधिक लोग फंस गये हैं जबकि शुक्रवार को तीन ट्रैकर लापता बताये गये। वहीं महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के प्रशासन ने महाड और पोलाडपुर तालुक़ा के गांवों के 413 परिवारों (कुल 1,555) लोगों को भूस्खलन के ख़तरों के बीच सुरक्षित स्थानों पर चले जाने के लिए कहा है। शिमला मौसम विज्ञान केंद्र ने तीन अगस्त तक भारी बारिश की येलो चेतावनी जारी कर लोगों से नदियों और जल इकाइयों के निकट नहीं जाने की सलाह दी है क्योंकि हाल के दिनों में भारी बारिश की वजह से इनका जलस्तर बढ़ सकता है। वहीं पाँच अगस्त तक मैदानी और निचले एवं मध्य पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं का अनुमान लगाया गया है।
बादल फटने के बाद लापता हुए 20 लोग
जम्मू कश्मीर में किश्तवाड़ जिले के एक गांव में बादल फटने के बाद लापता 20 हुए लोगों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान शुक्रवार को फिर से शुरू हो गया। इससे पहले खराब मौसम के कारण अभियान को कुछ घंटों के लिए रोकना पड़ा था। दचन तहसील के सुदूर होंजर गांव में बुधवार को तड़के बादल फटने की घटना में सात लोगों की मौत हो गई और 17 अन्य व्यक्ति जख्मी हो गए। इस घटना में 21 मकान, एक राशन भंडार, एक पुल, एक मस्जिद और गायों के लिए बने 21 शेड भी क्षतिग्रस्त हो गए। उधर, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में भारी बारिश के कारण एक मकान की छत ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हुए हैं। पश्चिम बंगाल में शुक्रवार को बारिश से संबंधित घटनाओं में छह लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इनमें से पांच लोगों की मौत राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के बाद दीवार गिरने से हुई।
हनुमानगढ़ के भादरा में 67 मिमी बारिश दर्ज
तटीय बांग्लादेश व सटे हुए पश्चिम बंगाल के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण दक्षिण पश्चिम मानसून ने जोर पकड़ लिया है और राजस्थान में अच्छी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले चौबीस घंटे में राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश हुई है। विभाग ने अगले चौबीस घंटों में कई जिलों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी देते हुए ‘रेड अलर्ट जारी’ किया है। उसके अनुसार, पिछले 24 घंटों में राजस्थान के करौली, भरतपुर, धौलपुर, दौसा, अलवर, झुंझुनूं, चुरू व हनुमानगढ़ जिलों में भारी वर्षा दर्ज की गई। सबसे अधिक बारिश श्रीमहावीरजी (करौली) में 268 मिमी दर्ज की गई है। इसी तरह चुरू के राजगढ़ में 135 मिमी, भरतपुर के उच्चैन में 114 मिमी, दौसा के महवा में 104 मिमी, अलवर के नीमराणा में 99 मिमी, झुंझुनू के पिलानी में 87.3 मिमी और हनुमानगढ़ के भादरा में 67 मिमी बारिश दर्ज की गई।
हरियाणा और पंजाब के ज़्यादातर हिस्सों में शुक्रवार को अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मध्यप्रदेश के लगभग आधे हिस्से में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताते हुए शुक्रवार को ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में अब तक औसत से तीन फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है। आईएमडी भोपाल के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी जीडी मिश्रा ने बताया कि ऑरेंज अलर्ट शनिवार सुबह तक प्रभावी है। प्रदेश में रीवा, सीधी, सतना, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोक नगर, दतिया, श्योपुर, मुरैना और भिंड सहित 24 जिलों में अलग अलग स्थानों पर गरज और बिजली के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
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