भारतीय क्रिकेट में 9 अगस्त का इतिहास मैनचेस्टर से जुड़ा है. साल 2014 में इसी दिन भारत को इंग्लैंड ने सीरीज के चौथे टेस्ट मैच में हराया था. महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी वाली उस टीम को मैच में पारी और 54 रन से करारी हार झेलनी पड़ी थी. यह मैच केवल तीन दिन में ही खत्म हो गया था. भारत की पहली पारी जहां 152 रन पर सिमटी तो वहीं दूसरी पारी में मेहमान टीम केवल 161 रन ही बना पाई थी. इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 367 रन बनाए और भारत के 20 विकेट झटक लिए.
मैनचेस्टर के ओल्ट ट्रैफर्ड में 7 अगस्त से शुरू हुए इस टेस्ट मैच में भारत के तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. इंग्लैंड के गेंदबाजों ने ऐसा कहर ढाया कि भारत के 4 विकेट तो 8 रन के स्कोर तक गिर गए. चेतेश्वर पुजारा, मुरली विजय, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा तो खाता ही नहीं खोल पाए थे. केवल धोनी ने अर्धशतक जड़ा और 133 गेंदों पर 71 रन बनाए जिसमें 15 चौके शामिल रहे. अश्विन ने भी 40 रन जोड़े. पेसर स्टुअर्ट ब्रॉड ने पहली पारी में 6 विकेट झटके जबकि जेम्स एंडरसन को 3 विकेट मिले.
इंग्लैंड ने विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर (70), जो रूट (77) और इयान बेल (58) के अर्धशतकों की मदद से 367 रन बनाए. भारत के लिए भुवनेश्वर कुमार और वरुण आरोन ने 3-3 विकेट झटके जबकि पंकज सिंह को 2 विकेट मिले. इसके बाद भारत की दूसरी पारी भी 161 रन पर सिमट गई. अश्विन इस बार अंत तक जमे रहे और 46 रन बनाकर नाबाद लौटे. खास बात रही कि वह अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बने. उनके अलावा कप्तान धोनी ने 27 और ओपनर गौतम गंभीर ने 18 रन की पारी खेलीं.
दूसरी पारी में स्पिनर मोईन अली का जादू चला और उन्होंने 4 विकेट झटके. जेम्स एंडरसन को भी 2 विकेट मिले. मैन ऑफ द मैच स्टुअर्ट ब्रॉड बने. भारतीय टीम पांच मैचों की उस टेस्ट सीरीज में केवल ही मुकाबला जीत पाया था. इंग्लैंड ने सीरीज के अंतिम तीनों टेस्ट मैच जीतकर सीरीज अपने नाम की थी.