कोरोना (Coronavirus) आपदा के कारण मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की आर्थिक हालत भले ही ठीक न हो, लेकिन सरकार के खर्चों में कोई कटौती होती नजर नहीं आ रही है. शायद यही वजह है कि सरकार अब 100 करोड़ कीमत के विमान को खरीदने की तैयारी में है. इसके लिए प्रस्ताव बनाने की कवायद भी शुरू हो गई है.
दरअसल कुछ दिनों पहले ही मध्य प्रदेश सरकार का 61 करोड़ कीमत का नया विमान लैंडिंग के वक्त ग्वालियर एयरपोर्ट पर हादसे का शिकार हो गया था. बाद में जांच के बाद यह पता चला कि विमान अब उड़ान भरने लायक नहीं बचा. लिहाजा सरकार ने अब नए सिरे से विमान खरीदने की तैयारी शुरू कर दी है. सरकार जिस विमान को खरीदने जा रही है वह 100 करोड़ कीमत का टर्बो जेट विमान है.
कब हुई थी कवायद ?
दरअसल, 100 करोड़ कीमत का टर्बो जेट विमान खरीदने का प्रस्ताव इससे पहले साल 2018 में तत्कालीन शिवराज सरकार ने ही तैयार किया था. लेकिन, विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनी और तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस विमान को महंगा बता कर 61 करोड़ कीमत का एयर किंग बी 200 विमान खरीदने का फैसला किया. तब से यह विमान सरकारी सेवा में था लेकिन कोरोना के दौरान रेमडीसीवीर इंजेक्शन की इंजेक्शन लाते वक्त यह ग्वालियर एयरपोर्ट पर दुर्घटना का शिकार हो गया. इसके बाद से सरकार किराए के विमान का इस्तेमाल कर रही है.
क्या है टर्बो जेट की खासियत ?
100 करोड़ कीमत का टर्बो जेट विमान कई खूबियों से लैस है. यह विमान पूरे तरीके से साउंडप्रूफ है, जो करीब 2000 मील तक की उड़ान बिना रुके भर सकता है. इस विमान में 20 लोगों के बैठने की क्षमता है. इतना ही नहीं इसकी रफ्तार भी अन्य प्राइवेट विमानों से तेज है. यह विमान 600 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है. देश के कुछ प्रमुख उद्योगपति इस टर्बो जेट विमान का इस्तेमाल करते हैं.