इंग्लैंड ने मेहमान भारत को लीड्स टेस्ट (IND vs ENG Leeds Test) में पारी और 76 रन से हराकर 5 टेस्ट की सीरीज में 1-1 से बराबरी की. अब दोनों टीमों के बीच 2 सितंबर यानी गुरुवार से चौथा टेस्ट ओवल ( IND vs ENG Oval Test) में खेला जाएगा. इससे पहले ही जो रूट (Joe Root) की अगुवाई वाली इंग्लिश टीम को नासिर हुसैन (Nasser Hussain) ने चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि भले ही लीड्स में मेजबान टीम ने टीम इंडिया को आसानी से हरा दिया हो. लेकिन इस टीम को कमजोर आंकने की गलती ना करें.
हुसैन ने द टेलिग्राफ अखबार कॉलम में लिखा कि हेडिंग्ले में इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने अच्छी स्विंग गेंदबाजी की. लेकिन भारतीय तेज गेंदबाज काबिल होने के बाद भी ऐसा करने में असफल रहे. लेकिन इंग्लैंड को सतर्क रहना होगा. आखिरी चीज जो इंग्लैंड को अब करनी चाहिए वो यह कि उन्होंने अब तक कड़ी मेहनत की है और और ओवल में गुरुवार से शुरू हो रहे चौथे टेस्ट और ओल्ड ट्रैफर्ड में फाइनल मैच से पहले भारतीय टीम को कमजोर नहीं आंकना चाहिए. क्योंकि यह दोनों मैदान भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के हिसाब से ज्यादा मुफीद हैं.
एडिलेड टेस्ट गंवाने के बाद भारत टेस्ट सीरीज जीता था: हुसैन
पूर्व इंग्लिश कप्तान ने भारतीय टीम के लड़ने के जज्बे की तारीफ की. उन्होंने इंग्लिश टीम को याद दिलाया कि इस साल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एडिलेड टेस्ट में 36 रन पर ऑल आउट होने के बाद कैसे टीम इंडिया ने जोरदार वापसी की थी और सीरीज पर कब्जा जमाया था. तब विराट कोहली भी टीम के साथ नहीं थे और पहला टेस्ट गंवाने के बाद भारत लगातार 4 टेस्ट नहीं हारा था और 2-1 से सीरीज जीती थी.
टीम इंडिया में वापसी का पूरा दमखख
हुसैन ने आगे लिखा कि टीम इंडिया मानसिक रूप से काफी मजबूत है और उसमें वापसी का पूरा दमखम है और उसके केंद्र में कप्तान हैं. भले ही विराट कोहली कोहली इस दौरे पर बल्ले से कमाल नहीं दिखा पाए हों और 2018 के बजाए कोहली 2014 के वर्जन दिख रहे हों. फिर भी टीम इंडिया के पास संघर्ष की ताकत है और वो किसी भी परिस्थिति में वापसी कर सकती है. बता दें कि 2018 में विराट कोहली ने 5 टेस्ट की सीरीज में 59 से ज्यादा के औसत से 593 रन बनाए थे. तब उन्होंने 2 शतक और तीन अर्धशतक भी जड़े हैं. उन्होंने उस दौरे पर सबसे ज्यादा रन बनाए थे.