मुरैना में मादक पदार्थों की तस्करी का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिले की पुलिस इन्हें पकड़ने के लिए चकरघिन्नी बनी रहती है। बावजूद तस्कर पुलिस को चकमा देने में सफल हो जाते हैं। गत दिवस नूराबाद पुलिस ने लगभग 42 लाख का गांजा दो गाड़ियों से पकड़ा और आज सोमवार को देवगढ़ थाना पुलिस ने डेढ़ लाख रुपए की मशरुका शराब पकड़ी। गांजा हमेशा बनमौर व नूराबाद थाने द्वारा पकड़ा जाता है। यह उड़ीसा से लाया जाता है। पिछले तीन माह में तीन बार पकड़ा जा चुका है। हर बार पकड़े गए गांजे की कीमत लाखों रुपए में होती है। यहां बता दें, कि गांजा तस्करों के तार उड़ीसा से जुड़े हुए हैं। इस बात का खुलासा पिछली बार बामौर थाना पुलिस ने किया था। पुलिस ने गांजे के साथ पकड़े गए तस्करों से जब कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने सारी कहानी बताई थी। उन्होंने बताया था कि गांजा उड़ीसा से ट्रक में लाया जाता है तथा मध्यप्रदेश में खपाया जाता है। उन्होंने बताया कि भारी मात्रा में गांजा लाया जाता है। कुछ शहरों में मौजूद व्यापारियों को सप्लाई करने के बाद यह ग्वालियर से चलता है तथा मुरैना में डिलेवरी देता हुआ, धौलुपुर व आगरा ट्रक निकल जाता है।
इस प्रकार होती है सप्लाई
गांजा तस्करों ने बताया कि उनके ट्रक के आगे-आगे कार में गांजा कारोबारी चलते हैं। यह कारोबारी लगभग 10 किलोमीटर की दूरी से आगे चलते हैं। यह थानों पर नजर मारते हुए जाते हैं। अगर किसी थाने की पुलिस द्वारा चेकिंग प्वाइंट चलाया जा रहा होता है तो वह फोन करके ट्रक को रोक देते हैं। जब तक चेकिंग चलती है, ट्रक आगे नहीं बढ़ता है। उसके बाद जैसे ही चेकिंग खत्म हो जाती है। यह ट्रक को हरी झंडी दे देते हैं। ट्रक के निकलने के बाद जब ट्रक शहर में घुसता है तो यही लोग शहर में मौजूद अवैध कारोबारियों के यहां जाकर डिलीवरी कराते हैं। उन्होंने यह भी बताया था कि अगर पुलिस ट्रक को पकड़ लेती है तो वह कार में सवार कारोबारी भाग जाते हैं तथा मोबाइल नंबर को हटा देते हैं, जिससे पुलिस उन तक न पहुंच सके। उन्होंने बताया कि उन्हें स्वयं पता नहीं होता कि आखिर कारोबारी कौन हैं।
बाइक से होती है पुलिस की निगरानी
यही पैटर्न धौलपुर से अवैध रुप से शराब लाने वाले तस्करों की है। यह तस्कर धौलपुर, राजस्थान से कार में भरकर अवैध शराब लाते हैं। कार के आगे बाइक पर दो लोग चलते हैं जो, इस बात की निगरानी करते हैं कि कहीं पुलिस सर्चिंग तो नहीं कर रही है। अगर सर्चिंग करती मिल जाती है तो वह कार को वहीं रोक देते हैं। यहां बता दें, उपरोक्त दोनों ही मादक पदार्थों का धड़ल्ले से व्यापार हो रहा है। गाहे-बगाहे पुलिस के हत्थे जो तस्कर चढ़ जाते हैं, पुलिस उन्हें पकड़ कर अन्दर कर देती है।खबरें और भी हैं…