चकरभाठा स्थित बिलासा एयरपोर्ट से जबलपुर, प्रयागराज और दिल्ली तक की उड़ानों को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। इन सभी फ्लाइट में सीटें फुल ही रहती हैं। इससे बिलासपुर और आसपास के शहरों के लोगों को भी अच्छी सुविधा मिल रही है। अब इस सुविधा को बढ़ाने की बात हो रही है। यहां फिलहाल नाइट लैंडिंग की सुविधा नहीं है। इसे लेकर हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है। समिति का कहना है कि एयरपोर्ट पर नाइट लैडिंग की सुविधा होगी तो एयर एंबुलेंस और दूसरी फ्लाइट को उतरने में आसानी होगी।
1 मार्च से शुरू हुए बिलासा एयरपोर्ट से शहर के लोगों को उड़ान सुविधा का लाभ मिल रहा है , लगातार पैसेंजरों की तादात भी बढ़ी है। वहीं कई अन्य एयरलाइन्स कंपनी भी उड़ान शुरू करने को लेकर इच्छुक है , लेकिन एयरपोर्ट पर नाइट लैडिंग की सुविधा नहीं होने के कारण रनवे लगभग 12 से 14 घंटे तक उपयोग में नहीं आ सकता है। इसका सबसे ज्यादा नुकसान मेडिकल इमरजेंसी के समय होता है। हाल ही में कोरबा के एक अग्रवाल परिवार को एयर एम्बुलेंस की जरूरत पड़ी थी, इस दौरान नाइट लैडिंग की फैसीलिटी ना होने के कारण अनुमति नहीं मिल सकी। समिति ने कहा है कि एयरपोर्ट के विकास के लिए नाइट लैडिंग की सुविधा अनिवार्य है।
हाईकोर्ट ने भी दिया था आदेश
वहीं हाईकोर्ट ने भी 6 माह के भीतर नाइट लैडिंग सुविधा शुरू करने की बात कह चुकी है , लेकिन 6 माह बीतने के बावजूद अबतक बिलासा एयरपोर्ट में नाइट लैडिंग सुविधा नहीं मिल रही है। समिति ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि बिलासा दाई केंवट एयरपोर्ट को 3सी VFR(विजुअल फ्लाइट रूल) से 3सी IFR( इंस्ट्रूमेंट फ्लाइट रूल) श्रेणी में उपग्रेड करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित करें , ताकि जल्द से जल्द नाइट लैडिंग की सुविधा एयरपोर्ट से शुरू हो सके।
नाइट लैंडिंग से बढ़ेगी आमदनी
संघर्ष समिति के सदस्य सुदीप श्रीवास्तव ने कहा अगर एयरपोर्ट में नाइट लैंडिंग की सुविधा शुरू होती है तो फिर दूसरे एयरलाइंस भी अपने विमान रात के वक्त खड़ा कर सकते है। बड़े हवाई अड्डों के मुकाबले यहां की पार्किंग चार्जेस कम रहेंगे। ऐसे में नाइट लैंडिंग की सुविधा मिलने से एयरपोर्ट को अच्छी कमाई हो सकती है।