भोपाल के हमीदिया अस्पताल (Hamidia Hospita) स्थित कमला नेहरू अस्पताल (Kamla Nehru hospital)अग्निकांड के बाद सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन, हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक और कमला नेहरू अस्पताल के संचालक सबको हटा दिया गया है. जीतेन्द्र शुक्ल की जगह अब डॉ. अरविंद राय नए डीन होंगे. इसी तरह डॉ लोकेन्द्र दवे को हटाकर उनकी जगह डॉ. दीपक मरावी को हमीदिया का नया अधीक्षक बनाया जा रहा है. कमला नेहरू अस्पताल के संचालक के के दुबे को भी उनके पद से हटा दिया गया है.
डॉ. अरविंद राय सर्जरी विभाग के HOD हैं और डॉ. मरावी ऑर्थोपैडिक्स के सीनियर डॉक्टर हैं. वो पहले भी हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक रह चुके हैं. एक विवाद में पड़ने के बाद उन्हें पद से हटा दिया गया था.इसी के साथ सीपीए विद्युत विंग के उपयंत्री अवधेश भदौरिया को निलंबित कर दिया गया है. अब मेडिकल एजुकेशन विभाग का खुद का सिविल विंग भी होगा.
सोमवार रात हुए अग्निकांड में 4 बच्चों की मौत हो गयी थी जबकि हादसे बाद अब तक 36 घंटे में कुल 12 बच्चों की मौत हो चुकी है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसी संबंध मे आज भोपाल में हाई लेवल मीटिंग बुलायी थी. इसमें लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रभुराम चौधरी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भोपाल के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह, मुख्य सचिव, पीएस हेल्थ, पीएस गृह मौजूद थे. इसी बैठक तीनों अधिकारियों को हटाने का फैसला किया गया.
सख्त हुए सीएम शिवराज
हादसे के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सख्त कार्रवाई के संकेत दे चुके थे. उन्होंने घटना के बाद कहा था कि भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल में हुई हृदय विदारक घटना से मन और आत्मा व्यथित है. मुख्यमंत्री चौहान ने कहा जिन लोगों ने अपनी जान हथेली पर रखकर 36 बच्चों को सुरक्षित निकाला है उनका सम्मान किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि यह बहुत गंभीर घटना है यह आपराधिक लापरवाही है.जांच के निर्देश दे दिए गए हैं जो भी दोषी होगा उस पर सख्त एक्शन लिया जाएगा.
सभी अस्पतालों का होगा ऑडिट
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा जो बच्चे अस्पताल में थे वह हमारे संरक्षण में थे. उनकी जान बचाना हमारी जिम्मेदारी थी. यह गंभीर घटना है. सीएम ने निर्देश दिए हैं कि सभी शासकीय और गैर शासकीय अस्पतालों का तत्काल फायर सेफ्टी ऑडिट कराया जाए. हमें वह सभी उपाय करने होंगे जिससे ऐसी घटना का दोहराव ना हो.