सरकार देश के मतदाताओं (Indian Voters) के वोटर आईडी कार्ड (Voter ID Card) को उनके आधार कार्ड (Aadhaar Card) से जोड़ने की योजना पर काम कर रही है. कैबिनेट की ओर से इसके विधेयक (Voter ID to Aadhaar Link) को पहले ही मंजूरी दे दी गई थी. अब सोमवार को इस विधेयक को लोकसभा में पेश किया जाना है. वहीं पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एचएस ब्रह्मा ने इस संबंध में बात की है. उनका कहना है कि आधार को वोटर आईडी कार्ड से जोड़ने से देश में बड़ी संख्या में नकली मतदाताओं की समस्या दूर होगी और चुनाव डेटाबेस को ठीक किया जा सकेगा. एचएस ब्रह्मा ने ही 2012 में पहली बार इस योजना का विचार पेश किया था.
एचएस ब्रह्मा ने News18 को बताया कि उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त बनने से पहले अपने 2010-2015 के कार्यकाल के दौरान 2012 में चुनाव आयुक्त के रूप में इसका प्रस्ताव रखा था. उन्होंने बताया, ‘यह सुनिश्चित करेगा कि कोई डुप्लीकेट वोटर आईडी कार्ड न हो और लोगों को तब मदद मिलेगी जब वे शहर में शिफ्ट करना चाहते हैं और वहां अपना वोट डालना चाहते हैं. मुझे नहीं लगता कि गोपनीयता का मुद्दा इतनी बड़ी समस्या है जिसे हम हल नहीं कर सकते. सावधानियां बरती जा सकती हैं.’