कर्नाटक में साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को झटका लगा है. कांग्रेस को स्थानीय निकाय चुनाव (Karnataka Urban Local Body Polls) में बड़ी जीत मिली है. 20 जिलों के 58 शहरी स्थानीय निकायों के लिए चुनाव हुए थे. राज्य निर्वाचन आयोग ने बताया कि इन चुनावों में कुल 1184 वार्ड के लिये चुनाव हुए जिनमें से कांग्रेस ने 501 में जीत दर्ज की. जबकि भाजपा को 433 सीटें मिली. जद (एस) के खाते में सिर्फ 45 सीटें आई. आयोग के अनुसार बाकी 205 सीटों पर निर्दलीय और छोटी पार्टियों को जीत मिली. इस चुनाव को प्रदेश के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई के लिए एक झटके के तौर पर देखा जा रहा है.
कांग्रेस ने 20 शहरी स्थानीय निकायों में बहुमत हासिल किया. इसके अलावा भाजपा को 15 पर जीत मिली. जद (एस) को एक सीट पर बहुमत मिला. बाकी यूएलबी के मिलेजुले नतीजे रहे हैं और कोई भी पार्टी बहुमत हासिल करने में सक्षम नहीं रही.
हार पर क्या बोले कर्नाटक के सीएम
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने कहा कि ओवरऑल रिजल्ट में उनकी पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया. लेकिन उन्होंने नुकसान के लिए अल्पसंख्यकों की अधिक आबादी वाले क्षेत्रों को भी जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, ‘हमने पिछली बार से बेहतर प्रदर्शन किया है, हालांकि हमें इस चुनाव में और अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए था.’ बोम्मई के निर्वाचन क्षेत्र में भी भाजपा हार गई. इस पर सीएम ने कहा ‘हम वहां (बांकापुर में) कभी नहीं जीते थे, अल्पसंख्यक मतदाता 65 प्रतिशत हैं, मेरे लिए अधिक कहना सही नहीं होगा. यही हाल गुट्टाल का है… हम वहां भी अपना विकास कार्य जारी रखेंगे.’
राज्य में कांग्रेस की लहर
कर्नाटक कांग्रेस पार्टी के प्रमुख डीके शिवकुमार ने कहा, ‘हाल के दिनों में चुनाव परिणामों ने राज्य में कांग्रेस की लहर का संकेत दिया है. परिणाम कर्नाटक के लोगों की राय है, और वे कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं. ये वोट राज्य में लोगों के मिजाज के गवाह हैं. भले ही राज्य में भाजपा सत्ता में है, और उनके वरिष्ठ नेता और मंत्री इन वार्डों से आते हैं, लेकिन इसके बावजूद हम जीत गए हैं. धारवाड़ को ही लीजिए, जो मुख्यमंत्री का जिला है. इन सभी जगहों पर लोगों ने अपनी आवाज बुलंद की है. लोगों ने हम पर अपना विश्वास जताया है और आने वाले दिनों में हम इस पर खरा उतरेंगे.’