गणतंत्र दिवस 2022 की परेड (Republic Day Parade 2022) के दौरान राजपथ (Rajpath) पर इस बार भारतीय दर्शक अब तक का सबसे शानदार और बड़ा फ्लाईपास्ट (Republic Day Flypast) देखेंगे. लेकिन बेहद सर्द, बारिश से सराबोर और घने कोहरे वाला मौसम क्या इन पलों में रुकावट बनेगा? यह सवाल बना हुआ है और लोग भी इसके बारे में जानना चाहते हैं. ऐसे में मौसम विशेषज्ञों ने अनुमान जाहिर किया है कि गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Parade), विशेषकर फ्लाईपास्ट के दौरान हल्का घना कोहरा (light Dense Fog) बना रहेगा. साथ ही पूर्वानुमान में कहा गया है कि गणतंत्र दिवस पर धुंधले आसमान और बर्फीली हवाओं के साथ कठोर परिस्थितियां देखने को मिल सकती हैं, जिससे ठंड का असर बढ़ सकता है. साथ ही सुबह की शुरुआत घने कोहरे से कम दृश्यता के साथ हो सकती है.
निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट का कहना है कि गणतंत्र दिवस की सुबह (Republic Day Morning) की शुरुआत में आसमान धुंधला बना रहेगा एवं बर्फीली हवाओं के साथ कठोर परिस्थितियां देखने को मिल सकती हैं. इससे ठंड का व्यापक असर देखने को मिलेगा यानि मौसम काफी ठंडा रहेगा. एजेंसी के मौसम विज्ञानियों ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि सुबह की शुरुआत फिक्स्ड विंग फ्लीट की परिचालन आवश्यकताओं के बाहर घने कोहरे से कम दृश्यता के साथ हो सकती है.
अब बात करें गणतंत्र दिवस के सबसे रोमांचित करने वाले हवा में करतब दिखाते लड़ाकू एवं अन्य विमानों के बेड़े के राजपथ से गुजरने, यानि फ्लाईपास्ट की तो इन क्षणों के दौरान आसमान में हल्का घना कोहरा होगा, लेकिन मौसम विज्ञानियों ने अनुमान जाहिर किया है कि फ्लाईपास्ट के आईओपी (ऑपरेटिंग प्वाइंट) तक पहुंचने से पहले मध्यम हवा कोहरे की परत को हिला देगी, जिससे कोहरा की परत छंटेगी और फ्लाईपास्ट में मौसम कोई बाधा नहीं बनेगा.
बता दें कि गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान राजपथ पर इस बार अब तक का सबसे शानदार फ्लाईपास्ट होगा, जिसमें भारतीय वायुसेना, सेना और नौसेना के विमानों सहित 75 विमान शामिल होंगे. Flypast की जानकारी देते हुए एयरफोर्स के पीआरओ विंग कमांडर इंद्रानिल नंदी ने बताया है कि फ्लाईपास्ट में पांच राफेल राजपथ के ऊपर से उड़ान भरेंगे और 7 Jaguar लड़ाकू विमान भी ’75’ के आकार में उड़ान भरेंगे और जो आजादी का अमृत महोत्सव का जश्न मनाएंगे. फ्लाई पास्ट में टेंगेल फॉर्मेशन शामिल होगा – 1971 के युद्ध में टेंगेल एयरड्रॉप ऑपरेशंस के लिए एक श्रद्धांजलि – विक फॉर्मेशन में एक डकोटा और दो डोर्नियर उड़ान भरेंगे. 1 चिनूक और चार एमआई-17 का मेघना फॉर्मेशन भी होगा.
दरअसल, फ्लाई पास्ट चार एमआई-17 विमानों के साथ “ध्वज” फॉर्मेशन के साथ शुरू होगा, इसके बाद क्रमशः “रुद्र” और “राहत” फॉर्मेशन के साथ 4 और 5 एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) होंगे. नौसेना के पी 8 आई लंबी दूरी के समुद्री टोही विमान जो लद्दाख और पहले डोकलाम में चीनी गतिविधियों को लेने के लिए तैनात किए गए थे, वे भी फ्लाई पास्ट का हिस्सा होंगे. P8I वरुण नामक फॉर्मेशन में नौसेना के दो मिग 29K विमानों के साथ उड़ान भरेगा. इस आयोजन में 39 लड़ाकू जेट, 28 हेलीकॉप्टर और भारतीय वायुसेना, सेना और नौसेना के आठ परिवहन विमान शामिल होंगे जो विभिन्न संरचनाओं में उड़ान भरेंगे.