Chhattisgarh: जिले में एक दर्जन से अधिक पर्यटन स्थल है। यहां सैलानियों के लिए किसी प्रकार की सुविधा नहीं है। जर्जर सड़क के चलते व सुविधाओं की कमी के चलते विदेशी सैलानी बिढ़ जाते हैं। क्योंकि विदेशों के पर्यटन स्थलों पर आवागमन के लिए शानदार सड़कें होती है।
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के कबीरधाम में धीरे-धीरे पर्यटन स्थलों में सैलानियों की संख्या बढ़ती जा रही है। यहां पर विदेशी सैलानी भी पहुंचते हैं। कवर्धा जिले के भोरमदेव मंदिर, रानीदहरा जलप्रपात, सिली पचराही, पीड़ाघाट, सरोदादादर सहित सभी जलाशय पर्यटन क्षेत्र के लिए मशहूर हो चुके हैं।
प्रशासन भले ही इन पर्यटन स्थलों का प्रचार-प्रसार नहीं करता, लेकिन ये स्थल इतने मनोरम हैं कि लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है। इसके चलते ही विदेशी पर्यटक भी बड़ी संख्या में यहां पहुंचते हैं, लेकिन सुविधाओं की कमी को लेकर सरकार को कोसते हैं। क्याेंकि विदेशों में पर्यटन स्थलों को बेहतर रूप दिया जाता है।
रानी दहरा तक सड़क जर्जर, आवागमन की परेशानी
जिला मुख्यालय से 44 किलोमीटर की दूरी पर बोड़ला विकासखंड में मौजूद रानीदहरा जलप्रपात लोगों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। छुट्टी के दिन इस प्राकृतिक पर्यटन स्थल में लोग बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। वहीं कई परिवार यहां पिकनिक मनाने की दृष्टि से भी पहुंच रहे हैं। लेकिन यहां पर अंतिम पहुंच मार्ग बेहद जर्जर है। इसके कारण लोग दोबारा जाने से हिचकिचाते हैं।